गांव के हेमराज पाल ने बताया कि वह नहाकर घर लौट रहे थे कि तभी घर के नजदीक बच्चों की भीड़ जमा थी और काफी शोरगुल हो रहा था उन्होंने पूछा तो पता चला कि आसमान से सिक्के बरस रहे हैं। पहले तो इस बात पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ लेकिन जब वह स्वयं नजारा देखने पहुंचे तो यह बात सही थी और उन्होंने बताया कि जैसे ही सिक्का गिरता तो खन्न की आवाज आती। इसमें एक, दो, पांच और दस रुपए सभी प्रकार के सिक्के शामिल थे। इसके अलावा गांव के छोटे-छोटे बच्चे बीरा, शिवा, जया, दीपेश और सोम ने तो सैकड़ों सिक्के बटोरे।
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार सिक्के गांव की किसी एक जगह पर नहीं, बल्कि दो से तीन जगह पर गिरे हैं। जिसमें गांव का पंचायत भवन, नदी किनारे और पहाड़ी किनारे बच्चों व लोगों ने यह सिक्के गिरते हुए देखे हैं।