प्रतिमा बनाने वाले कलाकार मां के शृंगार का सामान कोलकाता से बुलाते हैं। यही नहीं मां के स्वरूप को सुंदर बनाने के लिए कलर भी कोलकाता से ही खासतौर पर मंगाए गए हैं।
सागर से तैयार होकर प्रतिमाएं जिले के विभिन्न क्षेत्रों के अलावा दमोह, जबलपुर, अशोकनगर, गुना, टीकमगढ़, छतरपुर आदि स्थानों पर भी जा रही हैं। कलाकार अंकित विश्वकर्मा ने बताया कि प्रतिमा पर बारीकी से किए गए काम को लोग पसंद करते हैं। हम जून से तैयारी करने लगते हैं, क्योंकि विशेष प्रकार की मिट्टी तैयार करने में मेहनत करनी पड़ती है। शहर के अलावा विभिन्न स्थानों पर जाने वाली प्रतिमाएं पहले से ही बुक करा ली जाती हंै। 16 फीट की प्रतिमा यहां से जबलपुर जा रही है।