अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन आए हुए एक वर्ष बीत चुका है, लेकिन इसका लाभ एक भी मरीज को नहीं मिल पाया है। जबकि अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ भी पदस्थ हैं। यहां आने वाली गर्भवती महिलाओं को निजी लैबों पर जांच कराने के लिए कहा जाता है, जहां 500 से 1000 रुपए देकर जांच करानी पड़ती हैं।
उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर सीएचओ पदस्थ किए गए हैं, लेकिन कई जगहों पर कभी-कभार ही पहुंचते हैं। जबकि हर दिन केन्द्रों पर उपस्थित होना जरूरी होता है। सीएचओ केन्द्रों पर पहुंच रही हैं या नहीं इसकी मॉनीटरिंग भी अधिकारी नहीं करते हैं।
अस्पताल में पदस्थ यदि कोई डॉक्टर किसी दूसरी क्लीनिक पर जाकर सेवाएं दे रहे हैं और ऐसी शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी। डॉक्टर घर पर इलाज कर सकते हैं, लेकिन किसी दूसरे की क्लीनिक पर नहीं। अस्पताल की सोनोग्राफी मशीन चालू कराने के लिए जल्द ही डॉक्टर को प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
डॉ. ममता तिमोरी, सीएमएचओ, सागर