22 साल से व्यक्तिगत तौर पर जुड़ा हूं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मैं महाराज जी से व्यक्तिगत तौर पर पिछले 22 सालों से जुड़ा हुआ हूं। मुनि सुधा सागर जहां पहुंचते हैं वह धरा धन्य हो जाती है। वह धरा सामाजिक आंदोलन की धरती बन जाती है। मंदिर निर्माण होते हैं, कोटा में मंदिर के साथ बेटियों के लिए छात्रावास और गौशाला का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा मुनिश्री अब तक 60 हजार किमी से ज्यादा की पदयात्रा कर चुके हैं, उनके जहां भी कदम पड़े हैं संपूर्ण समाज के लोगों के जीवन में परिवर्तन हो गया। इस अवसर पर खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, लोकसभा सांसद लता वानखेड़े, विधायक शैलेंद्र जैन, गौरव सिरोठिया, राकेश जैन सहित श्रद्धालु मौजूद थे।
गुरु वंदना से कार्यक्रम हुआ शुरू कार्यक्रम की शुरुआत गुुरु वंदना से हुई। इस अवसर पर सुंदर नृत्य प्रस्तुति हुई। स्वर्ण से देवताओं ने आकर मुनिश्री का गुणगान किया। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक विनोद छावड़ा जयपुर ने बताया कि दीप प्रज्जवलन, मंगलाचरण, गुरु वंदना एवं मुनिश्री सुधा सागर महाराज का पाद प्रक्षालन करने का सौभाग्य अशोक कुमार, विनोद कुमार आर. के मार्बल एवं सुशीला पाटनी परिवार को मिला। शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य राजेन्द्र कटारिया अहमदाबाद परिवार को सौभाग्य मिला। महाआरती का सौभाग्य प्रमोद, नीना पहाडिय़ा जयपुर वालों को मिला।
दो ग्रंथों का हुआ विमोचन कार्यक्रम में मुनि सुधा सागर महाराज के दो ग्रंथों का विमोचन किया गया। ग्रंथों का विमोचन लोकसभा अध्यक्ष के सानिध्य में हुआ। ग्रंथ विमोचन ओमजी बिडला से कराने का सौभाग्य विनय आभा जैन अहमदाबाद, योगेन्द्र गाजियाबाद को मिला। इस अवसर पर हुकुम काका कोटा, एसके जैन, शैलेंद्र गोदा, दर्शन जैन, शीलचंद जैन ललितपुर विकास पटवारी, विजय जैन कोटा, राकेश मडिय़ा कोटा, यश पहाडिय़ा ब्यावर, सौभाग्यमल कटारिया अहमदाबाद एवं प्रवीण अहमदाबाद मौजूद रहे।
करीब 10 राज्यों से पहुंचे भक्त कार्यक्रम शामिल होने के लिए करीब 10 राज्यों के भक्त पहुंचे। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक सहित अन्य राज्यों से भक्त शामिल हुए। राजस्थान से 2000 से श्रद्धालु शामिल हुए। कोटा से बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। मप्र के भी विभिन्न जिलों से श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए।बुंदेली व्यंजन परोसेदीक्षा दिवस के आयोजन में शामिल होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के निवास पर पहुंचे। जहां मंत्री राजपूत ने बुंदेली परंपरा से लोकसभा अध्यक्ष बिरला का स्वागत किया। उन्हें बुंदेली व्यंजन परोसे एवं अतिथि देवो भव परंपरा के अनुसार मंत्री उनका स्वागत सत्कार किया। वहीं विधायक शैलेंद्र जैन के निवास पर भी स्वागत हुआ। बिरला ने परिवार के सदस्य व जनप्रतिनिधियों से भेंट की। इस दौरान विधायक जैन ने लोकसभा अध्यक्ष बिरला से विभिन्न विषयों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की।
ट्रेन और हवाई सुविधा की रखी मांगे विधायक शैलेंद्र जैन ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष से नागपुर के लिए प्रतिदिन ट्रेन और ढाना हवाई पट्टी के विस्तार की सुविधा की मांग रखी है। उन्होंने कहा कि यदि ढाना हवाई पट्टी का विस्तार किया तो एयरपोर्ट के लिए भोपाल नहीं जाना पड़ेगा। आपको भी दिल्ली से सागर आने की सुविधा मिलती। साथ ही नागपुर के लिए प्रतिदिन लोग इलाज के लिए जाते हैं, ट्रेन की दरकार है।
– इंदौर से कलकत्ता जाने वाली क्षिप्रा एक्सप्रेस नियमित रूप से चलें इसके लिए सागर प्रवास पर आए लोकसभा अध्यक्ष बिरला को दिगंबर जैन पंचायत सभा ने ज्ञापन सौंपा। ट्रेन नियमित रूप से चलाने की मांग की। इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रीय सांसद लता वानखेड़े से कहा कि आप इस मामले को देखें और मेरी जो मदद बने वह लें। इस बात को मंच से प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भैया अशोक नगर ने भी रखा और कहा जैन तीर्थक्षेत्र सम्मेद शिखरजी जाने के लिए सीधी एकमात्र ट्रेन है।
– भाग्योदय तीर्थ कमेटी ने आचार्यश्री के नाम राष्ट्रीय अवार्ड शुरू करने की मांग रखी। कमेटी ने कहा कि आचार्यश्री के नाम से राष्ट्रीय अवार्ड शुरू किया जाना चाहिए। समाज में ही हुआ करते हैं षडयंत्रकारी लोग : क्षुल्लक गंभीर सागर
कार्यक्रम में आयोजित धर्मसभा में मुनि संघ के क्षुल्लक गंभीर सागर महाराज ने कहा कि भौतिकवाद की आग चारों तरफ से लोगों चल रहे हैं। पंच इंद्रियां भी कार्य नहीं कर रही हैं, लेकिन जब संत और गुरुओं का सानिध्य मिलता है तो भौतिकवाद की ज्वाला बुझने लगती हैं। इस समाज संस्कारित होती चली जाती है। उन्होंने कहा कि इस संस्कारित समाज में कुछ लोग षडयंत्रकारी हुआ करते हैं। जो पैसों से इमान बेच देते हैं और वाहवाही लूटते हैं। ऐसा ही कुछ लोग यहां कर रहे थे, लेकिन अब सब ढेर हो गए और मुनि सुधासागर महाराज बब्बर शेर हो गए। क्षुल्लक गंभीर सागर ने कहा कि आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने कुंडलपुर तीर्थ में मुनिश्री को शेर की उपाधी दी थी। मुनिश्री उन लोग के बीच दहाड़ते हैं जो समाज के लोगों को नीचा दिखाने का काम करते हैं।
कोटा से आए हजारों श्रद्धालु कार्यक्रम में कोटा से पधारी सीमा जैन दुगेरिया, उर्मिला जैन, सुषमा, निशा जैन, रानी और कविता ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हजारों भक्त कोटा से आए हैं। निशा जैन ने बताया कि गुरुजी हमारे के लिए भगवान हैं। उनका आशीर्वाद रिद्धी-सिद्धी देने वाला है। हम हमेशा कार्यक्रमों में शामिल होते हैं।