जिले में ही है 15 लाख पुस्तकों की दरकार
पाठ्य पुस्तक निगम के द्वारा अभी विकास स्त्रोत समन्वयक को पुस्तकें सप्लाई की जा रही हैं। इसके बाद यह स्कूलों में पहुंचेंगी। अप्रैल में किताबें सप्लाई का ही काम चलेगा। इसका मतलब यह है कि इस माह बगैर पुस्तकों के ही पढ़ाई कराई जाएगी। जिले में ही 15 लाख से अधिक किताबों की दरकार है। और अभी तक लगभ ३ लाख किताबों की सप्लाई ब्लॉकों में की गई है।
दमोह छतरपुर में पहले जा रही किताबें पाठ्य पुस्तक निगम सागर के प्रभारी राजीब चौबे ने बताया कि शिक्षा के लिए किए गए केंद्र सरकार द्वारा कराए गए एक सर्वे में प्रदेश के 8 जिलों को आकांक्षी जिला माना गया गया। जिसमें सागर के दमोह और छतरपुर जिले शामिल हैं। इसलिए इन जिलों में पहले प्रमुखत: से पुस्तकें सप्लाई की जा रही है। दमोह में लगभग 23 और छतरपुर में लगभग 55 प्रतिशत पुस्तकों की सप्लाई हो चुकी है। जितनी पुस्तकें हमारे पास आती जा रही हैं उनकी सप्लाई की जा रही है।