कांग्रेस ने बंद किए दरवाजे
लोस चुनाव की वोटिंग के ठीक पहले भाजपा में शामिल होने के कारण कांग्रेस निर्मला सप्रे के लिए अपने दरवाजे पहले ही बंद कर चुकी है। यहां तक कि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने दल-बदल कानून के तहत निर्मला सप्रे पर कार्रवाई करने की मांग भी की है, जिस पर फैसला होना अभी शेष है। उपचुनाव के पहले बीना विस में राजनीतिक समीकरण सही बैठाना भाजपा के लिए चुनौती बने हुए हैं।
वरिष्ठ विधायक भार्गव की नाराजगी भी कर रही परेशान
मप्र में भाजपा के सबसे वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव अपने बेबाकी अंदाज के लिए जाने जाते हैं। इस बार वे सिर्फ विधायक ही हैं और अपने क्षेत्र तक ही सीमित हैं लेकिन जब भी उन्हें कहीं पर कोई खामी नजर आती है तो वे मुखर होकर बोलते हैं और इसी वजह से भाजपा संगठन के सामने चुनौती खड़ी हो जाती है। बीते दिनों सागर में शासकीय बस स्टैंड की शिफ्टिंग, बच्चियों व महिलाओं के विरुद्ध बढ़ रहे अपराधों पर उनके द्वारा सोशल मीडिया पर की गईं पोस्टों से हड़कंप मचा दिया था। बीते दिनों प्रदेश के अन्य विधायकों को तो भोपाल कार्यालय बुलाकर पार्टी की गाइडलाइन एक लाइन में बता दी गई लेकिन वरिष्ठ विधायक भार्गव के मान-मनौअल के लिए संगठन को दो उपमुख्यमंत्रियों को उनके भोपाल स्थित निवास पर भेजना पड़ा। हालांकि दोनों ही उप मुख्यमंत्री व प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता इसको सामान्य मुलाकात बता रहे हैं।