स्वस्थ रहने की कामना के साथ दहकते अंगारों पर चलते है लोग
मंदिर के पुजारी ने बताया कि राजा यशवंतराव के पुत्र बीमार हो गए थे तब देवखंडेराव ने स्वप्न में दर्शन देकर कहा कि हल्दी के उल्टे हाथ लगाकर और भट्टियां खुदवाकर अंगारे डालें और ऊपर से अंगारों पर हल्दी छोडक़र निकलेंगे तो आपके पुत्र स्वस्थ हो जाएगा तब से यह प्रथा शुरू हो गई। लोग अपनी मन्नत पूरी होने पर देवश्री खंडेराव जी के अग्नि मेले में नंगे पैर निकलते आ रहे हैं उन्होंने बताया कि पहले यह मेला 3 दिन लगता था अब लोगों की आस्था को देखते हुए इसको 10 दिन के लिए किया गया है।
पूर्व विधायक सुनील जैन ने अपने परिवार सहित मंदिर में पूजा-अर्चना की और आग पर चलकर तीन परिक्रमा पूरी की। यह उनका लगातार 34वां वर्ष है, जब उन्होंने इस परंपरा का निर्वाह किया। पूजा-अर्चना और अग्नि परिक्रमा के बाद सुनील जैन ने देवरी के साथीजनों से मुलाकात की और प्रसाद का वितरण किया।