निगमायुक्त राजकुमार डेयरी विस्थापन स्थल पर डेयरी संचालकों की जांच के लिए 9 सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति ने प्लाॅट, पशु, बैंक ऋण, निर्माण आदि कई बिंदुओं पर जांच की। आवंटित 264 में से 244 भूखंडों की जांच कर निगमायुक्त को रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिसमें पाया गया कि 180 डेयरी संचालकों ने मौके पर शेड का निर्माण नहीं किया है। 42 डेयरी संचालित की जा रही हैं। 12 भूखंडों पर अधूरा व 9 पर शेड का निर्माण किया गया है, लेकिन उनमें डेयरी संचालित नहीं हो रही हैं न ही वहां पशु हैं। एक डेयरी संचालक शेड उखाड़कर अपने पशुओं को ले गए हैं। 5 प्लाॅट नाला के पास हैं, जिन पर शेड का निर्माण नहीं किया जा सकता है।
जारी हुए डेयरी संचालकों को नोटिस
परमानंद घोषी, राहुल सिंह , फूलसिंह राजपूत, नरेन्द्र चंदेल नरयावली, श्याम सुंदर घोषी, अरविंद घोषी राजीव नगर, राजकुमार यादव संत रविदास वार्ड, साहिल साहू नरयावली नाका, महाराज सिंह चंद्रशेखर वार्ड, मुकेश यादव शास्त्री वार्ड, शोभालाल साहू, मन्नूलाल साहू मोहन नगर वार्ड, हर्ष रविशंकर वार्ड, कुंजीलाल साहू सूबेदार वार्ड, विजय यादव, बलराम यादव इतवारी वार्ड, साकेत पाठक शुक्रवारी वार्ड, प्रवीण यादव हरिसिंह गौर वार्ड, रविन्द्र घोषी रविशंकर वार्ड, हीरालाल साहू मोहन नगर वार्ड, चन्द्रहास यादव लक्ष्मीपुरा वार्ड, मुकेश कुमार जवाहर गंज वार्ड, राकेश साहू , राजेश कुमार जवाहरगंज वार्ड, सुखदेव तिवारी , अभिषेक चौबे रविशंकर वार्ड, रफीक कुरैशी भगतसिंह वार्ड, अम्बिका यादव मोतीनगर वार्ड, शक्ति यादव मोतीनगर वार्ड, विपिन गौतम शास्त्री वार्ड, नरेश चौबे रविशंकर वार्ड के नाम शामिल हैं। -डेयरी विस्थापन में ऐसे हितग्राहियों को प्लाॅट आवंटित कर दिए गए जिनके यहां कभी बछिया भी नहीं रही, नगर निगम ऐसे अपात्रों के आवंटन निरस्त करें और उनकी राशि जब्त की जाए। अभी भी अपात्रों को बचाया जा रहा है जिससे मूल हितग्राहियों को प्लाॅट नहीं मिल पाए।
बाबूसिंह यादव, नेता प्रतिपक्ष ननि सागर।
-नोटिस दिए गए हैं, नोटिस के बाद आवंटित भूखंड मालिकों से उनके पशु संबंधित जानकारी मांगी जाएगी, यदि उनके पास पशु नहीं मिलते तो कार्रवाई की जाएगी।
राजकुमार खत्री, निगमायुक्त।