रीवा

टीआरएस कालेज के स्थापना वर्ष विवाद पर फिर होगी जांच, यह है पूरा मामला

– अलग-अलग संगठनों द्वारा की गई मांग के बाद कमिश्नरी से कलेक्ट को लिखा गया पत्र
 

रीवाJun 13, 2020 / 09:38 pm

Mrigendra Singh

trs college rewa controversy 150 years program


रीवा। शासकीय ठाकुर रणमत सिंह कालेज के स्थापना वर्ष को लेकर मचे विवाद के बीच अब कमिश्नरी ने फिर से जांच कराने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है। कई संगठनों की ओर से ज्ञापन संभागायुक्त को सौंपे गए थे और मांग उठाई गई थी उनकी ओर से जो प्रस्ताव शासन को भेजा गया है,उस पर फिर से विचार किया जाए। कलेक्टर को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि ज्ञापन में उल्लेखित तथ्यों की जांच करते हुए उसके निष्कर्ष से इस कार्यालय को सूचित किया जाए।
बताया गया है कि कुछ दिन पहले ही टीआरएस कालेज के एल्युमिनी एसोसिएशन घनश्याम सिंह, अधिवक्ता राजकुमार सिंह तिवारी, सर्व कल्याणकारी ब्राह्मण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव शुक्ला, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक भास्कर मिश्रा आदि द्वारा ज्ञापन दिए गए थे, जिसमें तर्क दिया गया था कि जिस तरह से संभागायुक्त ने पूर्व में जांच कराई और उसमें ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ का प्रयास किया गया है, वह अनुचित है। संभागायुक्त के आदेश पर डिप्टी कमिश्नर केके पाण्डेय ने कलेक्टर को पत्र लिखा है, जिसमें कहा गया है कि प्रस्तुत ज्ञापन में उल्लेखित तथ्यों का हवाला देते हुए जांच कराते हुए सूचित किया जाए।

– स्थापना वर्ष को लेकर चल रहा है विवाद
टीआरएस कालेज के प्रबंधन ने स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने पर भव्य कार्यक्रम की तैयारी शुरू की थी। जिसमें राष्ट्रपति को भी आमंत्रण भेजा गया था। इस पर शिकायतकर्ता बीके माला ने आपत्ति उठाई थी कि जब टीआरएस कालेज का 100 वर्ष पूरा होने का स्थापना वर्ष सन 1984 में मनाया गया था, तो अब 150 वर्ष कैसे पूरे हो रहे हैं। उक्त अवधि से अब तक 36 वर्ष ही पूरे हुए हैं। शताब्दी वर्ष समारोह के आयोजन में तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह सहित कई प्रमुख लोग शामिल हुए थे। इस पर संभागायुक्त ने जांच कराते हुए टीआरएस कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. रामलला शुक्ला के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव भेज दिया है। जिसके बाद से शहर में अलग-अलग संगठनों के लोग आपत्ति दर्ज करा रहे हैं और तर्क दे रहे हैं कि सन 1869 में पब्लिक स्कूल की शुरुआत हुई थी और बाद में वह हाईस्कूल और कालेज के रूप में परिवर्तित कर दी गई। इसलिए अब तक उक्त स्थापना वर्ष से लेकर 150 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इस पर राजघराने की ओर से पूर्व मंत्री पुष्पराज सिंह एवं विधायक दिव्यराज सिंह भी स्पष्ट कर चुके हैं कि स्थापना वर्ष 1869 का ही है।
– ——————–
इधर पूर्व प्राचार्य के विरुद्ध कार्रवाई की फिर उठी मांग

रीवा। एक ओर टीआरएस कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. रामलला शुक्ला पर प्रस्तावित कार्रवाई का विरोध अलग-अलग संगठनों की ओर से किया जा रहा है। अब तक दर्जनों की संख्या में आपत्तियां सामने आई हैं। इसी बीच शुक्रवार को कुछ युवकों ने संभागायुक्त कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपकर पूर्व में किए गए प्रस्ताव को जायज बताते हुए पूर्व प्राचार्य रामलला शुक्ला पर त्वरित कार्रवाई की मांग उठाई। साथ ही कहा है कि किसी तरह से दबाव में प्रशासन नहीं आए। ज्ञापन देने वाले आलोक तिवारी, अखिल पाण्डेय, प्रांचल पाण्डेय, वरुण शुक्ला, देवव्रत, पवन सिंह आदि ने कहा है कि पूर्व प्राचार्य ने टीआरएस कालेज में इतना बड़ा आयोजन करने की घोषणा कर दी लेकिन जिला प्रशासन से अनुमति तक नहीं ली। निर्धारित प्रोटोकाल का भी उल्लंघन जांच में सामने आया है, इसलिए त्वरित कार्रवाई की जाए।

Hindi News / Rewa / टीआरएस कालेज के स्थापना वर्ष विवाद पर फिर होगी जांच, यह है पूरा मामला

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.