इसके बाद सीसीएफ अतुल खेरा स्वयं घिनौचीधाम का निरीक्षण करने पहुंच गए थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए इंतजाम किए जाएं। जिन शरारती तत्वों ने नुकसान पहुंचाया है, उनके विरुद्ध पुलिस थाने में एफआइआर दर्ज कराने के लिए भी कहा है। विभाग के कर्मचारियों ने थाने में शिकायत पत्र भेज दिया है।
सीसीएफ के निर्देश पर सूचना बोर्ड लगाया गया है कि परिसर में कचरा फैलाने पर ५०० रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही किसी भी सरकारी संपत्ति में तोडफ़ोड़ या नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया तो पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा, साथ ही वैधानिक कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। जानकारी मिली है कि यह वन क्षेत्र है, यहां पर शांत वतावरण होने का गलत फायदा शराबी एवं शरारती तत्व उठा रहे हैं।
अभी घिनौचीधाम का आधिकारिक रूप से लोकार्पण नहीं हुआ है लेकिन यहां पर शरारती तत्वों का आनाजाना बढ़ता जा रहा है। इको टूरिज्म बोर्ड ने वन विभाग को ७२ लाख रुपए घिनौचीधाम और टोंस वाटरफाल को विकसित करने के लिए दिया था।