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क्या है मामला ?
समान थाना अंतर्गत शहर के जनता कॉलेज के पास रहने वाली महिला साधना तिवारी का आरोप है कि, 26 जुलाई को उनके पति नए बस स्टैंड गए थे, जहां से उनकी बाइक चोरी हो गई। चोरी की सूचना थाने को दी गई, लेकिन उसके खिलाफ अबतक कोई कारर्वाई नहीं की गई। एक अंजान नंबर से फोन पर सूचना मिली कि, उनकी चोरी गई बाइक सिरमौर चौराहे पर स्थित रामगोविंद कांप्लेक्स में खड़ी है। इस बात की सूचना पुलिस ने तुरंत ही थाने पहुंचकर दी और साथ चलने की अपील की, जिसपर पुलिसकर्मी ने दंपत्ति से कहा कि, हमें नहीं, जाना, खुद चली जाओ।
पुलिसकर्मी ने दिखाया वर्दी का रोब- आरोप
महिला का कहना है कि, उस समय थाने में न तो थाना प्रभारी थे और न ही मुंशी। बताया गया कि, वो शाम तक थाने आएंगे। इसके बाद गर्भवती महिला अपने पति के साथ वापस लौट गई, लेकिन जब शाम को बताए समय पर वो दोबारा थाने पहुंची तो थाने में मौजूद पुलिसकर्मी उनकी शिकायत दर्ज नहीं कर रहे थे। यही नहीं गर्भवती महिला का आरोप है कि, आरक्षक और मुंशी ने वर्दी का रोब दिखाते हुए उनके साथ बदसलूकी भी की। महिला ने ये तक आरोप लगाया कि, हमें भगाने के लिए पुलिस ने ये धमकी तक दी कि, अगर वो नहीं माने तो उसके पति को जेल में डाल देंगे।
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थाने आकर वीडियो नहीं बनाना चाहिए- TI
पीड़ित महिला का आरोप है कि, आरक्षक अभय यादव ने उन्हें जूता मारने की भी बात कही थी। यही नहीं, उसका हाथ मरोड़कर धक्का देते हुए थाने बाहर निकालते हुए कहा कि, जाओ तुम्हारी एफआईआर नहीं लिखेंगे। फिलहाल, मामले के तूल पकड़ने के बाद थाना पुलिसकर्मी लीपापोती में जुट गए हैं। वहीं, थाना प्रभारी जे पी पटेल का कहना है कि थाने आकर वीडियो नहीं बनाना चाहिए।