प्राप्त जानकारी के अनुसार, फरियादी रामनिवास तिवारी से बंटवारे की फाइल में राजस्व न्यायालय द्वारा उनके पक्ष में कार्रवाई करने के लिए 20000 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। जिसमें पहले 10000 हजार रुपए उससे ले लिए गए थे। शिकायतकर्ता के अनुरोध करने पर पांच हजार रुपए कम भी कर दिए थे। गुरूवार को लोकायुक्त की कार्रवाई में मऊगंज अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी 5000 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए हैं।
लोकायुक्त के उप पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह परिहार ने 12 सदस्यीय टीम के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि पीड़ित रामनिवास तिवारी ने अपर कलेक्टर अशोक कुमार ओहरी के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी कि जमीन के बंटवारे का फैसला उनके पक्ष में कर दिया जाएगा।