बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले ही सरकार ने मुकुंदपुर चिडिय़ाघर के संचालक से खोले जाने को लेकर सुझाव मांगा था। इसके बाद चिडिय़ाघर प्रबंधन की ओर से भेजी गई रिपोर्ट में वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा गया था कि यहां पर किस तरह से दर्शकों की आवाजाही होती है। इसके साथ ही प्रबंधन ने यह भी कहा था कि यदि शासन की ओर से चिडिय़ाघर और ह्वाइट टाइगर सफारी को खोले जाने की घोषणा की जाती है तो यहां पर निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत सोशल डिस्टेंसिंग के लिए करीब छह से आठ फिट की दूरी पर लोगों को रखा जाएगा। साथ ही मास्क के बिना किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। परिसर में सेनेटाइजर की भी व्यवस्था की जाएगी। चिडिय़ाघर प्रबंधन ने भी यह भी तय किया है कि यदि शासन द्वारा खोले जाने की अनुमति दी जाएगी तो सभी लोगों का प्रवेश के पहले थर्मल जांच की जाएगी। लेकिन सरकार ने फिलहाल इंदौर-भोपाल के साथ ही पूरे प्रदेश के चिडिय़ाघरों को अभी खोले जाने की अनुमति नहीं दी है। इसी कारण मुकुंदपुर का चिडिय़ाघर भी नहीं खोला जा सका है। माना जा रहा है कि आगामी सप्ताह सरकार कुछ दिशा निर्देश इसके लिए जारी कर सकती है।
दिन भर संपर्क करते रहे लोग प्रदेश के नेशनल पार्कों को खोले जाने का आदेश जारी होने के बाद महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव चिडिय़ाघर एवं ह्वाइट टाइगर सफारी खुलेगा या नहीं, इस बात को लेकर लोगों में उत्सुकता कायम है। बताया जा रहा है कि चिडिय़ाघर प्रबंधन के पास लोगों के फोन लगातार आ रहे हैं। आसपास के कुछ लोग तो मुकुंदपुर पहुंच भी गए थे जिन्हें बताया गया कि अभी पर्यटकों के लिए नहीं खोला जाएगा तो मायूस होकर लौट गए।
चिडिय़ाघर कैम्पस में सफारी
मुकुंदपुर का चिडिय़ाघर और ह्वाइट टाइगर सफारी एक ही कैंपस में स्थित हैं। टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के समूहों को वाहनों से भेजा जा सकता है लेकिन चिडिय़ाघर में सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकाल का पालन कराना मुश्किल होगा। चिडिय़ाघर परिसर से ही ह्वाइट टाइगर सफारी के लिए भी प्रवेश मिलता है। इसलिए इसे खोलने को लेकर विभाग भी असमंजस की स्थिति में है।
कोट
“शासन की ओर से अभी चिडिय़ाघर और ह्वाइट टाइगर सफारी खोलने के लिए कोई निर्देश नहीं आया है। ऐसे में जब तक गाइडलाइन नहीं आ जाती तब तक इसे नहीं खोला जाएगा।”- संजय रायखेड़े, संचालक चिडिय़ाघर मुकुंदपुर