यहां रघुराज सागर तालाब अपने आप में कई विशेषताओं को समेटे हुए हैं। यह मप्र का दूसरा सबसे बड़ा मानव निर्मित तालाब है। क्षेत्रफल में इससे बड़े कुछ तालाब जरूर है, लेकिन वह नदियों अथवा पहाड़ों को बांधकर बनाए गए हैं। इस तालाब का निर्माण लोगों ने स्वयं मिट्टी खोदकर किया है।
1-रघुराज सागर:…..
1-रघुराज सागर: यह करीब साढ़े आठ सौ एकड़ क्षेत्र में प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा मानव निर्मित तालाब है। इसका निर्माण 1850 के आसपास का बताया जा रहा है। इस तालाब में वाटर स्पोर्ट्स व जलविहार जैसे कार्यक्रम कर पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा। यहां की मछलियां पहले बंगाल तक जाती थीं।
2 -ऐतिहासिक किला: यह किला वर्ष 1840 में बनाया गया था। अब जर्जर हो चुका है। सरकार ने इसे हेरिटेज होटल बनाने के लिए राजस्थान की कंपनी को सौंप दिया है। खजुराहो, बांधवगढ़ व प्रयागराज-बनारस के बीच कारीडोर का यह प्रमुख केन्द्र होगा। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
3-मंदिरों की बड़ी शृंखला: गोविंदगढ़ में मंदिरों की बड़ी शृंखला है। इसे रीवा राज्य ने वृंदावन की तर्ज पर विकसित किया था। राज्य की यह ग्रीष्म कालीन राजधानी था। इसलिए यहां मंदिरों में अष्टधातु व सोने-चांदी की मूर्तियां स्थापित करने में लोगों ने भी मदद की थी। इसे संरक्षित कर धार्मिक पर्यटन से जोड़ा जाएगा।
4-खंधो माता मंदिर: छुहिया घाटी के खंधो पहाड़ पर देवी मंदिर क्षेत्र का बड़ा धार्मिक स्थल है। यहां पर झरने भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। वर्ष में कई मेले भी लगते हैं।
5- सुंदरजा आम: गोविंदगढ़ की पहचान यहां के आमों से होती है। सुंदरजा आम यहां का देश के विभिन्न हिस्सों में चर्चित है। कई बार यह विदेश भी भेजा जाता है।
6- प्राकृतिक स्थल: पहाड़ व जंगल के किनारे बसे इस कस्बे का महत्व प्राकृतिक स्थल बढ़ाते हैं। पहाड़, झरने व शांत वातावरण भी आकर्षण हैं।
गोविंदगढ़ रीवा…..
गोविंदगढ़ रीवा राज्य का समर कैपिटल रहा है। यहां आकर्षण के कई केंद्र हैं। इसे पर्यटन हब बनाने सुविधाएं बढ़ाने पर जोर है। तालाब का ऐतिहासिक वैभव बना रहे इसके भी प्रयास होंगे। सीएम को प्रस्ताव दिया है, उन्होंने आश्वासन दिया है।
अभिषेक सिंह, अध्यक्ष नगर परिषद गोविंदगढ़
स्वच्छ गोविंदगढ़…..
स्वच्छ गोविंदगढ़ संकल्प के साथ इसे पर्यटन से जोड़ने का कार्य शुरू किया गया है। जनप्रतिनिधियों के साथ प्रशासन का भी मार्गदर्शन मिल रहा है। अमृत योजना के तहत साढ़े आठ करोड़ का प्रस्ताव भेजा है। तालाब का सौंदर्यीकरण करेंगे।
-हेमंत त्रिपाठी, सीएमओ, नगर परिषद गोविंदगढ़