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अमृत सरोवरों के निर्माण की नई टाइमलाइन तय, अफसरों की तय होगी जवाबदेही

– पांच जून के पहले जिले के सभी 115 सरोवरों का निर्माण करना है पूरा- 20 करोड़ की लागत से जिले भर में बनाए जा रहे हैं अमृत सरोवर

रीवाMay 22, 2022 / 11:18 am

Mrigendra Singh

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amrit sarover 115 in rewa, manarega work


रीवा। प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप बनाए जा रहे अमृत सरोवरों के निर्माण की टाइमलाइन तय कर दी गई है। इसी अवधि में सभी जनपदों को पूरा अपने टारगेट के अनुसार कार्य पूरा कराना होगा। इसके पहले कलेक्टर ने सभी जनपदों को प्रारंभिक तौर पर 15 तक कार्य पूरा करने का निर्देश दिया था। यह अवधि सीमित थी, जिसमें कार्य कर पाना मुश्किल भी था। कुछ जगह पर पंचायतों ने तेजी से कार्य को पूरा भी किया है लेकिन उनकी फिनिशिंग अभी बाकी है। टारगेट को लेकर सख्ती बरते जाने की वजह से कई जगह पर मनरेगा के श्रमिकों की जगह मशीनों से कार्य कराए जा रहे हैं। दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने आपत्तियां भी उठाई हैं कि गांव के लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा, जेसीबी और डंफर से काम हो रहा है। कुछ जगह पर जांच भी बैठाई गई है। हाल ही में नईगढ़ी जनपद क्षेत्र में इसी तरह की शिकायत के बाद विवाद इतना बढ़ा कि एक इंजीनियर की गाड़ी से दुर्घटना होने पर लोगों ने आरोप लगाया कि अमृत सरोवर का भ्रष्टाचार गांव के दो युवक उठा रहे थे, जिन्हें इंजीनियर ने धमकाया था और उसकी ही गाड़ी से दुर्घटना होना संयोग नहीं बल्कि साजिश का ही हिस्सा है। इस घटना ने अमृत सरोवरों के कार्य को लेकर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हर जगह इस योजना के तहत तालाबों का निर्माण कराने में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। जिले में 115 की संख्या में बनाए जा रहे तालाबों की लागत 20 करोड़ 71 लाख 65 हजार रुपए बताई गई है।
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योजना में खानापूर्ति के लगे आरोप
जिले के कई गांवों के हालातों पर शिकायत करने के बाद सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस मंशा से गांवों में तालाब बनाने के लिए कहा है कि हर जगह जल संरक्षण की दिशा में अच्छे कार्य हों और ग्रामीणों को रोजगार भी मनरेगा के तहत दिए जा सकें। रीवा जिले में पंचायतों की ओर से मनमानी कार्य कराए जा रहे हैं। तालाबों की खोदाई और मेढ़ बनाने का कार्य जेसीबी से किया जा रहा है लेकिन मनरेगा के मस्टर में फर्जी रूप से श्रमिकों के नाम चढ़ाए जा रहे हैं। कई गांवों का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि जो लोग दूसरे शहरों में नौकरी के लिए गए हैं उनके नाम भी मस्टर में दर्ज किए जा रहे हैं।
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जनपदों को ऐसे दी गई है काम की समयसीमा
अमृत सरोवर निर्माण के लिए नए सिरे से तय की गई टाइमलाइन के तहत आगामी पांच जून के पहले सभी जगह के कार्य पूर करने होंगे। इसमें गंगेव जनपद में आगामी 30 मई 2022, जवा में 28 मई, त्योंथर में 26 मई, नईगढ़ी में दो जून, मऊगंज में तीन जून, रायपुर कर्चुलियान में 28 मई, सिरमौर में 26 मई एवं हनुमना जनपद में पांच जून तक का समय निर्धारित है। पूर्व में कलेक्टर ने जिले भर में 15 मई तक का समय दिया था।
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निर्माणाधीन अमृत सरोवरों पर एक नजर


जनपद—संख्या—लागत
गंगेव— 20—-342.96
जवा—-16—- 272.76
त्योंथर—09—-196.85
नईगढ़ी– 13—277.24
मऊगंज–10—228.73
रायपुर कर्चुलियान-06–82.50
सिरमौर—08—150.49
हनुमना–33—520.12
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कुल—115—–2071.65
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नोट- लागत लाख रुपए में है।

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