कभी न करें ये गलती
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति की सबसे बड़ी भूल जो उसकी तरक्की में आड़े आती है, वह है उसके मन का काबू में न होना। आचार्य चाणक्य के अनुसार जिन लोगों का मन उनके नियंत्रण में नहीं होता ऐसा व्यक्ति बुद्धिमान और ज्ञानी होने के बावजूद अपनी प्रतिभा का उचित लाभ नहीं उठा पाता है।
अनियंत्रित मन वाले व्यक्ति को जीवन में अपने हर काम में उलझनों का सामना करना पड़ता है और कई बार वह सही रास्ते पर चलते-चलते भी भटक जाता है।
चंचल मन वाले व्यक्ति को जीवन में मिलने वाली उपलब्धियों या किसी भी चीज से संतुष्टि नहीं होती जिससे वह मन ही मन निराश होता रहता है। ऐसे व्यक्ति को दूसरों की खुशियों से ईर्ष्या होने लगती है। जिससे वह कई बार अपने साथ-साथ परिवार वालों के लिए भी समस्या खड़ी कर देता है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस व्यक्ति का मन चंचल होता है वह कई बार बुरे काम करने से भी खुद को रोक नहीं पाता और गलत आदतों का शिकार होकर अपने पैर पर ही कुल्हाड़ी मार लेता है। इसलिए चाणक्य नीति के अनुसार जीवन में सफल होना है तो अपने मन को नियंत्रण करना आना चाहिए।