शनि शांति उपाय
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि दोष के प्रभावों से मुक्ति पाने और शनि देव की कृपा प्राप्ति के लिए प्रतिदिन राजा दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ करना बहुत फलदायी माना गया है।
शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या से परेशान व्यक्ति को जीवन में कई आर्थिक, शारीरिक व मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में ज्योतिष अनुसार रोजाना भगवान शंकर पर कच्चा दूध और काले तिल अर्पित करने से शुभ परिणाम मिल सकते हैं।
शनि गोचर अवधि में काली उड़द दाल का जरूरतमंदों को दान करने तथा मां काली की आराधना से शुभ फल प्राप्त होने की मान्यता है।
ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक जिन लोगों पर शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती का प्रभाव होता है उन्हें मांस, मदिरा से दूर रहना चाहिए। इससे भी शनि के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।
रोजाना शाम के समय बरगद के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। इसके अलावा लाल चंदन की माला को अभिमंत्रित करके धारण करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह ले लें।)