वहीं जिन पर शनिदेव (Shani Dev) की टेढ़ी नजर होती है उसे कई शारीरिक, मानसिक और आर्थिक कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा के साथ कुछ खास मंत्रों का जाप बहुत लाभदायी माना गया है। तो आइए जानते हैं शनिदेव के इन खास मंत्रों के बारे में…
शनिवार को करें शनिदेव (Shani Dev) के इन मंत्रों का जाप
ॐ शं शनैश्चरायै नम:
ॐ शन्नो देवी रभिष्टय आपो भवन्तु पीपतये शनयो रविस्र वन्तुनः
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि हर शनिवार को सुबह-शाम पूजा के समय शनिदेव (Shani Dev) के मंदिर में भगवान की मूर्ति के सामने आसान बिछाकर शनिदेव के इन मंत्रों में से किसी का भी नियमित रूप से 108 बार जाप करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और जीवन के सभी कष्टों का निवारण होकर जीवन में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही शनिदेव की पूजा के दौरान गहरे नीले रंग के वस्त्र पहनना भी शुभ माना जाता है।
शनिवार (Shani Dev) करें तेल का दान-
भगवान शनिदेव (Shani Dev) को न्याय का देवता कहा जाता है। ज्योतिष में कुल नौ ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु बताए गए हैं। इन नौ ग्रहों में शनिदेव को क्रूर माना जाता है। शनि को प्रसन्न करने के लिए हर शनिवार तेल का दान जरूर करें। ये उपाय मेष से मीन तक, सभी राशि के लोग कर सकते हैं। मैहर के ज्योतिषाचार्य पं. मोहनलाल द्विवेदी के अनुसार, शनि भगवान कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं।
शनि देव अपने भोग काल में उन्हीं को नुकसान पहुंचाते हैं जिनके कर्म बुरे होते हैं। जिन जातकों के कर्म अच्छे होते हैं शनि (Shani Dev) भगवान उनके साथ अच्छा ही अच्छा करते हैं। शनिवार के दिन भगवान शनि की विशेष पूजा की जाती है। पूजा-पाठ के साथ ही कुछ और शुभ काम भी करते रहना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति गरीबों की मदद करता है तो उसे शनि की विशेष कृपा मिलती है और हमारी हर बाधा दूर हो सकती है।
ऐसे करें शनि देव (Shani Dev) को प्रसन्न
1. समय-समय पर गरीबों को काले तिल और तेल का दान करना चाहिए। काले चने, काली उड़द, काले कपड़े का भी दान करना चाहिए।
2. बारिश और धूप से बचने के लिए किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद को छाते का दान करें।
3. रोज सुबह-शाम जब भी रोटी बनाएं तो अंतिम रोटी कुत्ते को खिलानी चाहिए।
4. किसी नेत्रहीन की मदद करें। अगर संभव हो सके तो उसकी दवाइयों का खर्च उठाएं।
5. हर शनिवार को शनि के लिए व्रत रखें। किसी भंडारे में अन्न का दान करें।
6. मांसाहार और नशे से दूर रहें। रोज सुबह मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं।
7. हर शनिवार पानी में काले तिल डालकर स्नान करें।
8. किसी सफाईकर्मी को नए कपड़ों का दान करें।
9. कभी भी माता-पिता, किसी गरीब, ब्राह्मण या घर-परिवार के लोगों का दिल न दुखाएं।
10. किसी मंदिर में पीपल का पौधा लगाएं और उसकी देखभाल करें।