scriptGanesh Chaturthi 2022: भगवान गणेश की पूजा में क्यों जरूरी है दूर्वा, जानें क्या है इसके पीछे की कहानी | ganesh chaturthi 2022: Why do we offer Durva to Lord Ganesha in worship? know religious story | Patrika News
धर्म

Ganesh Chaturthi 2022: भगवान गणेश की पूजा में क्यों जरूरी है दूर्वा, जानें क्या है इसके पीछे की कहानी

मान्यता है कि भगवान गणेश की प्रिय वस्तुएं उन्हें चढ़ाने से वे शीघ्र प्रसन्न होकर भक्तों को अपना आशीर्वाद देते हैं। वहीं गणेश जी के पूजन में दूर्वा को विशेष महत्व दिया गया है।

Aug 29, 2022 / 04:28 pm

Tanya Paliwal

ganesh chaturthi 2022, ganesh chauth 2022 date, kalank chaturthi 2022, bhagwan ganesh ko durva kyon chadhate hain, ganesh ji ko kya pasand hai, ganesh ji ko durva kyu pasand hai, importance of durva for ganpati,

Ganesh Chaturthi 2022: भगवान गणेश की पूजा में क्यों जरूरी है दूर्वा, जानें क्या है इसके पीछे की कहानी

गणेश चतुर्थी का पर्व इस साल 31 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा। इस दिन भक्तजन भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ और कई उपाय करते हैं। वहीं बप्पा की पूजा में कुछ खास चीजों का होना जरूरी माना गया है जिनमें से एक दूर्वा या दूब भी है। मान्यता है कि दो-दो के जोड़े में रोजाना पूजा के दौरान गणेश जी को दूर्वा अर्पित करने से वे प्रसन्न होकर जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्यों गणपति जी को दूर्वा अत्यंत प्रिय है? आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी…

क्यों चढ़ाई जाती है भगवान गणेश को दूर्वा

एक पौराणिक कथा के अनुसार, प्राचीन समय में एक अनलासुर नाम का असुर था। उसने अपनी दुष्टता से सब जगह पर हाहाकार मचा रखा था। अनलासुर मानव, ऋषि-मुनि और दैत्यों सभी को जिंदा ही निगल जाता था। इस कारण सारे देवतागण बेहद परेशान हो गए थे क्योंकि उस असुर के आतंक के सामने किसी की शक्ति काम नहीं आ रही थी। इसके बाद सभी देवतागण राक्षस अनलासुर के वध की प्रार्थना लेकर भगवान गणेश के पाद पहुंचे।

फिर भगवान गणेश ने भी दैत्य अनलासुर का अंत करने के लिए उसे जिंदा ही निगल लिया। जब भगवान गणेश ने अनलासुर को निगल लिया तो उसके बाद उनके पेट में बहुत जलन होने लगी। इस जलन से मुक्ति पाने के लिए गणपति जी को ऋषि कश्यप ने 21 दूर्वा इकट्ठा करके समूह बनाकर खाने के लिए दीं। दूर्वा खाने के तुरंत बाद भगवान गणेश के पेट की जलन शांत हो गई। तभी से माना जाता है कि लंबोदर को दूर्वा अत्यंत प्रिय हो गई और इसी कारण उनकी पूजा के दौरान 21 दूर्वा चढ़ाई जाती है।

यह भी पढ़ें: Swapna Shastra: सपने में भगवान गणेश के दर्शन होना माना जाता है बेहद शुभ, लेकिन रखें इस सपने को गुप्त

Hindi News / Astrology and Spirituality / Religion News / Ganesh Chaturthi 2022: भगवान गणेश की पूजा में क्यों जरूरी है दूर्वा, जानें क्या है इसके पीछे की कहानी

ट्रेंडिंग वीडियो