श्री प्रजापत समाज सेवा संघ हुब्बल्ली-धारवाड़ के अध्यक्ष उदाराम प्रजापत थलवाड़ ने बताया कि 31 जनवरी को सायं 6 बजे से हुब्बल्ली (कर्नाटक) के केशवापुर स्थित रायगर गेस्ट हाउस में भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। राजस्थान के भजन कलाकार रमेश भाई एवं अन्य भजन कलाकार भजनों की प्रस्तुति देंगे। श्रीयादे माता समेत अन्य देवी-देवताओं के भजनों की मनमोहक प्रस्तुति दी जाएगी। इससे पहले श्रीयादे माता की तस्वीर के समक्ष पूजा-अर्चना की जाएगी। भक्ति संध्या में प्रजापत समाज समेत विभिन्न प्रवासी समाज के लोग शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि साल 2024 में 11 फरवरी तथा साल 2023 में 23 जनवरी को श्रीयादे माता जयंती मनाई गई थी। समाज की एकता व अखंडता के लिए समाज के सभी लोग मिल-जुलकर जयंती को मनाएंगे। हुब्बल्ली-धारवाड़ में प्रजापत समाज के करीब 150 परिवार है। सभी परिवार सहित जयंती में शामिल होंगे। प्रजापत समाज पिछले करीब एक दशक से हुब्बल्ली में श्रीयादे माता जयंती समारोह मना रहा है।
श्रीयादे माता का जन्म सतयुग के पहले चरण में इंद्रावृत्त में हुआ था। माना जाता है कि श्रीयादे माता ने भक्ति के बल से आग में जलते मटकों से बिल्ली के बच्चों को जीवित बाहर निकाला था। श्रीयादे माता का विवाह गढ़ मुल्तान के सावंत से हुआ था। श्रीयादे माता के गुरु उडऩ ऋषि थे। प्रहलाद ने श्रीयादे माता को अपना गुरु बनाया था और उनसे नारायण महामंत्र का उपदेश लिया था। राजस्थान में कई जगह श्रीयादे माता के मंदिर बने हुए हैं।