हल्दी न चढ़ाएं: विद्वानों के मुताबिक भगवान शिव की पूजा में उन्हें हल्दी नहीं चढ़ाना चाहिए। प्रदोष व्रत के दिन आप भगवान शिव को बेलपत्र भांग, गंगाजल, दूध, चंदन और भस्म चढ़ा सकते हैं।
महिलाएं शिवलिंग का स्पर्श न करें: भगवान शिव की पूजा देव, दानव, गंधर्व, यक्ष, मानव सभी करते हैं। लेकिन मान्यता है कि शिवलिंग का स्पर्श महिलाओं को नहीं करना चाहिए। इससे माता पार्वती नाराज हो सकती हैं।
ये चीजें न चढ़ाएं: पुरोहितों का कहना है कि शिवजी को केतकी के फूल, तुलसी, नारियल पानी, शंख का जल, कुमकुम और सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए। इससे भगवान शिव नाराज हो सकते हैं, क्योंकि भगवान शिव को भस्म प्रिय है।
इन चीजों का न करें सेवनः प्रदोष व्रत के दिन लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा जैसी तामसिक चीजों के सेवन से बचना चाहिए. इससे शिव नाराज हो सकते हैं। ये भी पढ़ेंः हिंदुओं के लिए भगवा रंग का क्या है महत्व, जानें इसके पीछे का रहस्य
1. प्रदोष काल में शिवलिंग की पूजा करें। धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें, और जोड़े में फूल अर्पित करें। इससे कर्ज और रोग से मुक्ति होती है।
2. प्रदोष के दिन द्वादश ज्योतिर्लिंगों के नाम का जपना चाहिए। इस दिन शिव पुराण या शिव स्रोत पुण्यफलदायी है। इसके अलावा इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप आरोग्य प्रदान करता है।
3. बुध प्रदोष के दिन उत्तर मुखी होकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए।
4. इस दिन कन्याओं को दान देना चाहिए, गोसेवा भी करनी चाहिए।