वृष राशि: यदि आपकी राशि वृष है तो आपका संबंध शुक्र ग्रह से है। इसलिए वृष राशि के साधक को आराधना के दौरान सफेद पुष्प चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा सफेद कमल, सफेद गुड़हल, बेला, सदाबहार, बेला, हरसिंगार आदि के फूल चढ़ा सकता है।
मिथुन राशि: मिथुन राशि के लोगों का संबंध बुध ग्रह से होता है। इस राशि के लोगों को मां दुर्गा की पूजा में पीला कनेर, गुड़हल, गेंदा के फूल चढ़ाने चाहिए।
कर्क राशि: आपकी राशि कर्क है तो आपक संबंध चंद्रमा से है। इसलिए कर्क राशि के लोगों को माता को चमेली, सदाबहार, रातरानी के फूल चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से चंद्र तो अच्छा फल देंगे ही, माता दुर्गा भी प्रसन्न रहेंगी।
सिंह राशि: ऐसे लोग जिनकी राशि सिंह है, उनका संबंध सूर्य से होता है। इसलिए इस राशि के लोगों को नवरात्रि में आदिशक्ति को कमल, गुलाब, कनेर, या गुड़हल के फूल अर्पित करना चाहिए।
कन्या राशि: ऐसे लोग जिनकी राशि कन्या है, उनका संबंध बुध ग्रह से है। इसलिए कन्या राशि के लोगों को गुलाब, हरसिंगार, गेंदा का फूल देवी मां को चढ़ाना चाहिए। ये भी पढ़ेंः बुध का नया राशि परिवर्तन, आप पर डालेगा बड़ा असर
तुला राशिः आपकी राशि तुला है तो राशि स्वामी शुक्र हैं। इसलिए तुला राशि के लोगों को माता दुर्गा को गेंदा, जूही, हरसिंगार, सफेद कमल, सफेद कनेर के फूल चढ़ाने चाहिए।
वृश्चिक राशि: आपकी राशि वृश्चिक है तो राशि स्वामी मंगल ग्रह है। इसलिए नवरात्रि की पूजा में आपको विभिन्न स्वरूपों की पूजा में लाल फूल चढ़ाने चाहिए। गुलाब, गुड़हल और लाल गेंदा चढ़ाने चाहिए।
धनु राशि: आपकी राशि धनु है तो इस राशि का स्वामी ग्रह बृहस्पति है। इसलिए शारदीय नवरात्रि में पूजा के दौरान धनु राशि के लोगों को माता को कनेर, गुड़हल, कमल, गुलाब के फूल चढ़ाने चाहिए। माना जाता है कि इससे मां प्रसन्न होती हैं।
मकर राशि: आपकी राशि मकर है तो आपकी राशि के स्वामी ग्रह शनि हुए। इससे मकर राशि के लोगों को देवी मां को अपराजिता, कमल, गुलाब, गेंदा, गुड़हल आदि के फूल चढ़ाने चाहिए।
कुंभ राशि: आपकी राशि कुंभ है तो स्वामी ग्रह शनि हुए। इसलिए कुंभ राशि के लोगों को नवरात्रि पूजा में देवी मां के विभिन्न स्वरूपों की पूजा में अपराजिता, कमल, गुलाब, गेंदा और गुड़हल के फूल चढ़ाना चाहिए। इससे शनि की मंगल कृपा बरसेगी। साथ ही जगदंबा भी प्रसन्न होंगी।
मीनः मीन राशि के लोगों के लिए स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं। इसलिए मीन राशि के लोगों को नवरात्रि में कमल, कनेर, गुलाब और गुड़हल के फूल चढ़ाना चाहिए।