पंचांग के अनुसार सूर्य देव ने 14 मार्च को गुरु की राशि मीन में प्रवेश किया था, इसलिए इसी समय से खरमास लग गया और इसके बाद सारे मांगलिक कार्य जैसे मुंडन समेत सारे संस्कार, गृह प्रवेश, कोई भी नया काम जैसे व्यापार शुरू करना, संपत्ति खरीद बिक्री, शादी विवाह, बहू-बेटी का विदा आदि बंद हो गए थे।
विशेष रूप से ऐसे काम जिसमें हम देवताओं का आवाहन करते हैं उन पर रोक थी। इस समय सिर्फ पूजा-पाठ, अनुष्ठान, दान पुण्य, धार्मिक कार्य ही किए जाने ठीक माने जाते हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि इंसान के काम और जीवन में कोई विघ्न न आए।
पंचांग के अनुसार सूर्य देव 13 अप्रैल को दोपहर में गुरु बृहस्पति की राशि मीन से निकलकर मंगल की राशि मेष में प्रवेश कर लेंगे। इसी मेष संक्रांति 2024 (Mesha Sankranti 2024) के बाद से खरमास खत्म हो जाएगा। साथ ही वे सभी कार्य जिन पर रोक थी, वे शुरु हो जाएंगे। फिर चाहे मुंडन जैसे संस्कार हों या शादी विवाह, मकान दुकान की खरीद आदि।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार खरमास (Kharmas) की अवधि में दान-पुण्य करना चाहिए। इस समय अपने सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन जरूर करना चाहिए। किसी व्यक्ति को वस्त्र या धन का दान करना चाहिए। पूजा-पाठ में ध्यान देना चाहिए।