scriptसरस्वती देवी का ऐसा मंदिर जहां स्तंभों से निकलते हैं संगीत के सुर, मिलता है महाज्ञान | basar saraswati temple where a pillar produces music | Patrika News
धर्म और अध्यात्म

सरस्वती देवी का ऐसा मंदिर जहां स्तंभों से निकलते हैं संगीत के सुर, मिलता है महाज्ञान

गोदावरी के तट पर स्थित है ज्ञान की देवी अधिष्ठात्री देवी सरस्वती का प्राचीन मंदिर।

Feb 28, 2018 / 09:01 am

Priya Singh

hindu temple,knowledge,goddess Saraswati,Basar,famous Saraswati temple,
नई दिल्ली। आज हम आपको सरस्वती जी के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो थोड़ा विचित्र है। आंध्र प्रदेश में एक गांव है, “बासर” इस गांव में गोदावरी के तट पर स्थित है ज्ञान की देवी अधिष्ठात्री देवी सरस्वती का प्राचीन मंदिर। बासर स्थित इस मंदिर के विषय में प्रचलित मान्यता है कि महाभारत के लेखक वेद व्यास जब मानसिक उलझनों से उलझे हुए थे तब शांति के लिए तीर्थ यात्रा पर निकल पड़े, वे अपने मुनियों सहित उत्तर भारत की तीर्थ यात्राएं कर बासर पहुंचे। उन्होंने गोदावरी नदी के तट को देखा नदी के तट की सौन्दर्यता को देख वे कुछ देर वहीँ ठहर गए और यहीं से उन्हें अपने ज्ञान की अनुभूति हुई।
hindu temple,knowledge,goddess Saraswati,Basar,famous Saraswati temple,
सर्वव्याप्त है कि सरस्वती देवी हिंदू धर्म की प्रमुख देवियों में से एक हैं। उन्हें ब्रह्म देव की मानसपुत्री कहा गया है जो विद्या की अधिष्ठात्री देवी भी मानी गई हैं। इनका दूसरा नाम ‘शतरूपा’ भी है। सरस्वती जी को और कई नामों से भी जाना जाता है, वाणी, वाग्देवी, भारती, शारदा, वागेश्वरी इत्यादि। ये वीणावादनतत्परा, शुक्लवर्ण, श्वेत वस्त्रधारिणी तथा श्वेतपद्मासना कही जाती हैं। ज्ञान एवं बुद्धि, संगीत, ललित कला, वाणी, रचनात्मक कार्य, संस्कृति की अधिष्ठात्री देवी महा-सरस्वती हैं। महा-काली, महा-सरस्वती तथा महा लक्ष्मी, मिल कर महा-देवियों के समूह का निर्माण करती हैं।
hindu temple,knowledge,goddess Saraswati,Basar,famous Saraswati temple,
प्राचीन कथाओं के अनुसार यहां मां सरस्वती के मंदिर से थोड़ी दूर स्थित दत्त मंदिर है जहां से होते हुए गोदावरी नदी तक एक सुरंघ जाया करती थी, इसी सुरंग की मदद से उस समय के रजा-महाराजा पूजा के लिए जाया करते थे। कथाओं के अनुसार वाल्मीकि ऋषि ने यहां आकर मां सरस्वती से उनका आशीर्वाद प्राप्त किया था और उसी के पश्चात यहीं रामायण के लेखन की शुरुआत की थी।
hindu temple,knowledge,goddess Saraswati,Basar,famous Saraswati temple,
देवी सरस्वती, वेद माता के नाम से विख्यात हैं, चारों वेद इन्हीं के स्वरूप माने जाते हैं, उन्हीं के प्रेरणा से उन्होंने वेदों की रचना की हैं। कहते हैं कि महाकवि कालिदास, वरदराजाचार्य, वोपदेव आदि मंद बुद्धि के लोग सरस्वती उपासना के सहारे उच्च कोटि के विद्वान बने थे।
hindu temple,knowledge,goddess Saraswati,Basar,famous Saraswati temple,
इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां केंद्रीय प्रतिमा सरस्वती जी की स्थापित है, और इतना ही नहीं यहां लक्ष्मी जी को भी यहां विराजमान किया है। इस मंदिर में सरस्वती जी की बहुत ही भव्य प्रतिमा विराजमान है यह प्रतिमा पद्मासन मुद्रा में है और इसकी ऊंचाई 4 फुट है। इस मंदिर की सबसे खास बात जो सभी भक्तों का ध्यान अपने ओर खींचती है वह यह है कि मंदिर के एक स्तंभ से संगीत के सातों स्वर सुने जा सकते हैं आप अगर ध्यान से कान लगाकर सुनेंगे तो आपको ध्वनि साफ सुने देगी। यहां की धार्मिक रीती भी प्रचलित है जिसे अक्षरआराधना कहा जाता है। अक्षरआराधना में बच्चों को विद्या अध्ययन प्रारंभ कराने से पहले अक्षराभिषेक कराने यहां लाया जाता है मतलब बच्चे के जीवन के पहले अक्षर यहां लिखवाए जाते हैं। इसके बाद प्रसाद के रूप में हल्दी का लेप बांटा जाता है।

Hindi News / Astrology and Spirituality / Religion and Spirituality / सरस्वती देवी का ऐसा मंदिर जहां स्तंभों से निकलते हैं संगीत के सुर, मिलता है महाज्ञान

ट्रेंडिंग वीडियो