समाज की ओर से पिछले दस वर्ष से होली का पर्व भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। होलिका दहन भी किया जाता है। होली पर्व पर गेर नृत्य रखा जाता है। ढोल-थाली की थाप पर नृत्य किया जाता है। महिलाएं लूर लेती है। गेर नृत्य का आयोजन दिन में ही रखते हैं। यह नृत्य परम्परागत वेशभूषा में किया जाता हैं। यहां डांडिया गेर पिछले 15 वर्ष से तथा आंगी गेर 10 वर्ष से आयोजित की जा रही है। समाज के लोग अपने घरों में ढूंढोत्सव भी रखते हैं।
समाज के अधिकांश परिवार राजस्थान के बालोतरा, जालोर, पाली एवं जोधपुर जिलों से हैं। समाज के लोग यहां जिंस मैन्युफैक्चरर, किराणा, इलेक्ट्रिकल्स, हार्डवेयर, ओटोमोबाइल समेत अन्य व्यवसाय में हैं।
पहले अध्यक्ष भूराराम तरक पारलू बने। दूसरे अध्यक्ष सांवलराम भूरिया समदड़ी, तीसरे अध्यक्ष सोमाराम तरक पारलू, चौथे अध्यक्ष हड़मानराम मालवी कनाना, पांचवे अध्यक्ष नैनाराम काग धुंधाड़ा, छठे अध्यक्ष छोगाराम कूकल थोब, सातवें अध्यक्ष ललित कुमार कांदली कीटनोद, आठवें अध्यक्ष वागाराम तरक पारलू, नवें अध्यक्ष भूराराम ओड़ मजल तथा दसवें अध्यक्ष चेलाराम तरक पारलू बने। समाज के लोगों ने बताया कि समाज के दलाराम लाम्बड़ा एवं भूराराम पारलू वर्ष 1975 के आसपास बल्लारी आ गए थे।
संत राजाराम कलबी समाज ट्रस्ट बल्लारी के अध्यक्ष चेलाराम तरक पारलू है। इसके साथ ही मेघाराम काग कीटनोद एवं चतराराम तरक थोब उपाध्यक्ष, दाना राम ओड चेण्डा सचिव, कानाराम बग कीटनोद एवं मंगलाराम भूंंगर खुटाणी सह सचिव, भोमाराम भोण्ड सराणा कोषाध्यक्ष, मालाराम काला पारलू एवं करनाराम मालवी रोइचा खुर्द उप कोषाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है।