दरअसल आकाश पिता श्यामलाल की शादी संजना पिता हरिशंकर वर्मा से तय हो गई थी। दोनों की शादी 26 अप्रेल को होना तय होने के बाद पिछले 14 अप्रेल को दूल्हा आकाश कोरोना पाजिटिव निकल गया। इससे मामला गड़बड़ हो गया। कम से कम १४ दिन तक होम क्वारंटिन रहने के बाद ही कोई व्यक्ति बाहर आ सकता है। नायब तहसीलदार नवीन गर्ग ने बताया कि शादी होने वाली है वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे। तब तक सारी तैयारियां हो चुकी थी किंतु जब परिजनों से चर्चा की गई तो पता चला कि इनके परिवार में कोई बुजुर्ग ऐसे हैं जो बहुत गंभीर हैं। उनके जीवित रहते ही शादी करना परिवार की मजबूरी थी तो हमने सभी को पीपीई कीट पहनकर शादी करने के लिए उन्हें अनुमति देने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की।
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अधिकारियों की सहमति के बाद मैरिज हाल में ही परिजनों, दूल्हा और दुल्हन के साथ ही अन्य लोगों को पीपीई किट पहनकर शादी की इजाजत दी गई। दोनों परिवारों ने शादी करने के लिए पीपीई कीट पहनकर शादी की पूरी रस्म अदा करने के लिए तैयारी की। यही नहीं शादी में आने वाले हर शख्स, पंडित आदि को भी पीपीई कीट पहनाकर यह शादी सोमवार को विधिवत संपन्न करवा दी गई।
प्रशासन को शिकायत की तो पहुंचे नायब तहसीलदार
गांधी नगर स्थित जमना गेस्ट हाउस में आकाश का विवाह हो रहा था। इसे लेकर किसी ने शिकायत जिला प्रसासन को कर दी। इस पर नायब तहसीलदार नवीन गर्ग और पुलिस टीम पहुची। उन्होंने भी पीपीई कीट में शादी की रस्म पूरी करवाने में ओृौर पीपी किट पहना फेरे कराए।
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परिवार में बहुत बुजुर्ग की तबीयत ठीक नहीं थी
जिनके यहां शादी होना था उनके परिवार में कोई बुजुर्ग थे और उनकी तबीयत ऐसी नहीं थी कि वे ज्यादा दिन निकाल सके। परिजनों से चर्चा के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को इससे अवगत कराया। दूल्हा 14 अप्रेल को कोरोना पॉजिटिव आया था और 26 अप्रेल तक 13 दिन हो चुके थे। कोई सिम्टम भी उसे नहीं था फिर भी इन्हें पीपीई कीट पहन कर शादी करवाने को अनुमति दी गई और शादी हो गई।