प्रारंभिक रूप से समाज से जुड़े कुछ लोगों से चर्चा के बाद सकारात्मक रवैया सामने आने पर प्रशासन अब रंगपंचमी के बाद एक बार फिर से समाज से जुड़े हर वर्ग के प्रमुख लोगों को बुलाकर बैठक आयोजित करेगा। इसमें सभी को प्रतिमा को मंडी परिसर में स्थापित किए जाने की सहमति लिए जाने के बाद इसे वर्तमान स्थान से हटाने का काम शुरू किया जाएगा। प्रशासन की माने तो चौराहे की सुंदरता और उसके चौड़ीकरण के साथ यहां की यातायात व्यवस्था को सुचारू कर हादसों की संभावनाओं को पूरी तरह से टाला जाएगा, जिसके लिए प्रतिमा को स्थानांतरित करना जरूरी है। इसमें समाज की सहभागिता का होना जरूरी है।
शहर के प्रमुख चौराहों में शामिल लोकेंद्र टॉकिज चौराहा और शहर सराय पर हर दिन बनने वाले जाम के हालातों से निपटने के लिए प्रशासन ने इन दो चौराहो को भी चौड़ा करने का निर्णय लिया है। इसके लिए यहां मार्ग पर अतिक्रमण कर बने मकान व दुकानों को भी रंगपंचमी के बाद सख्ती से हटाया जाएगा। प्रशासन की माने तो लोकेंद्र टॉकिज चौराहे को पर्याप्त मात्रा में चौड़ा करने के लिए टॉकिज की कुछ बाउंड्री के साथ यहां नजूल की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को भी सख्ती से हटाया जाएगा। इस दौरान करीब पंद्रह फीट तक अतिक्रमण हटेंगे।
सख्ती से हटेंगे अतिक्रमण
– शहर के चौराहों पर लगने वाले जाम से आमजन को राहत दिलाने और चौराहों के सौंदर्यीकरण के लिए सख्ती से अतिक्रमण हटाए जाएंगे। सैलाना बस स्टैंड चौराहे के चौड़ीकरण के लिए महाराणा प्रताप की प्रतिमा को यहां से हटाकर मंडी परिसर में स्थापित किया जाएगा। उसके लिए समाज के कुछ प्रमुख लोगों से चर्चा की गई है, जिस पर उनकी सहमति मिल गई है। समाज के कुछ अन्य प्रमुख लोगों के साथ रंगपंचमी के बाद बैठक आयोजित कर उनकी भी सहमति लेकर काम किया जाएगा।
डॉ. कैलाश बुंदेला, एडीएम