VIDEO रतलाम रेल मंडल विकास व निर्माण कार्य में लगातार आगे
Ratlam Railway Division : रतलाम रेल मंडल को देश के 68 रेल मंडल में बेहतर काम के मामले में पाया गया है। इसके लिए सबसे बड़ा योगदान हैरिटेज ट्रेन, बेहतर सफाई, लगातार यात्री सुविधा का बढऩा प्रमुख है। मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर द्वारा किए जा रहे इन कार्यो की प्रशंसा रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी की है।
रतलाम। Ratlam Railway Division : नई दिल्ली – मुंबई रूट पर पश्चिम रेलवे का रतलाम मंडल भारतीय रेल के महत्वपूर्ण मंडलों में से एक है। देश की राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली तथा इसके वाणिज्यिक राजधानी मुंबई को जोड़ते हुए रतलाम निश्चित रूप से महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। पश्चिम रेलवे के अंतर्गत 15 अगस्त, 1956 को रतलाम मंडल का गठन किया गया था। यह मंडल मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा गुजरात राज्य में फैला हुआ है। रतलाम चित्तौडग़ढ़, मंदसौर, नीमच, दाहोद, इंदौर तथा उज्जैन जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन है, जो इस मंडल के अंतर्गत आते हैं। हाल के दिनों में रतलाम मंडल स्थानीय निवासियों की बेहतरी के लिए गति और तेज गति के विकास का साक्षी रहा है एवं पश्चिम रेलवे के साथ-साथ भारतीय रेल के उच्च लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अग्रसर है। मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर द्वारा किए जा रहे इन कार्यो की प्रशंसा रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी की है।
MUST READ : Madhya Pradesh Weather Update : VIDEO झमाझम बारिश से बढ़ा शिवना का जलस्तरलक्ष्य की प्राप्ति हेतु पश्चिम रेलवे निरंतर प्रयासरत बेहतर सुविधाओं के साथ-साथ यात्रियों के यात्रा अनुभव को बेहतर बनाने के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु पश्चिम रेलवे निरंतर प्रयासरत है। रतलाम मंडल भी इसी पथ पर अग्रसर है। अपनी प्रगति यात्रा जारी रखते हुए रतलाम मंडल ने पिछले वर्ष शुजालपुर नीमच तथा देवास स्टेशनों को सफलतापूर्वक मॉडिफाई किया है। कई खंडों की गति बढ़ाई गई है, जिसके फलस्वरूप समयपालनता में वृद्धि हुई है तथा यात्रियों को सुचारू परिवहन प्राप्त हुआ है। उदाहरण के लिए रतलाम इंदौर खंड पर डेमू ट्रेनों की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़ाकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की गई है, जो सराहनीय है क्योंकि यात्रियों के लिए यह एक व्यस्ततम एवं महत्वपूर्ण रूट है। रतलाम मंडल ने सड़क ऊपर पुल के निर्माण द्वारा इंदौर एवं राजेंद्रनगर स्टेशनों के बीच 250 समपारों को समाप्त किया है। भारतीय रेल पर पहली बार रतलाम मंडल ने 18.3 मीटर लंबे 130 टन वजनी पीएससी गर्डरों को बदला है। कुल 40 गर्डर बदले गए हैं तथा इसके अतिरिक्त 13 छोटे पुलों का भी निर्माण किया गया है। रतलाम मंडल ने तीन उत्कृष्ट ट्रेनों को अपडेट करने के लक्ष्य को पार करते हुए वर्ष 2018-19 में 5 रेकों को अपग्रेड किया है। कुछ प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधी विकास जो पूरे कर लिए गए हैं और जो अभी किए जा रहे हैं।
MUST READ : सूर्य ग्रहण 2020 : दो ग्रहण बनाएंगे युद्ध के हालातये है बड़ी उपलब्धी रतलाम रेल मंडल की – इंदौर- डॉ. अंबेडकर नगर (पूर्व नाम महू) सेक्शन के कुल 41 किलोमीटर का विद्युतीकरण कार्य रिकॉर्ड समय में पूरा किया।
– माल और यात्री यातायात के लिए रतलाम स्टेशन के समीप क्यू ट्रैक की शुरुआत। – रतलाम चित्तौडग़ढ़ सेक्शन का विद्युतीकरण के तहत रतलाम-जावरा का विद्युतीकरण पूरा कर लिया गया है और जावरा-मंदसौर का विद्युतीकरण कार्य प्रगति पर है ।
– रतलाम लक्ष्मीबाई नगर का विद्युतीकरण रतलाम-फतेहाबाद चंद्रावतीगंज और चंद्रावतीगंज-लक्ष्मीबाई नगर का विद्युतीकरण कार्य हुआ। – रतलाम फतेहाबाद का अभी सीआरएस निरीक्षण पहले ही कर लिया गया है तथा फतेहाबाद चंद्रावतीगंज का भी निरीक्षण प्रतीक्षारत है ।
– रतलाम नीमच सेक्शन का दोहरीकरण – रतलाम स्टेशन का पुनर्विकास प्रगति पर है – घोसवास में नए गुड्स शेड का कार्य प्रगति पर है। – यात्री यातायात के लिए नए परिवर्तित फतेहाबाद इंदौर ब्रॉडगेज सेक्शन का खोलना
– गेज परिवर्तन के बाद बुकिंग कार्यालय कवरिंग शेड, पीने का पानी, सड़क ऊपरी पुल, शौचालय, परिसंचरण क्षेत्र इत्यादि जैसी अनेक यात्री सुविधाओं के साथ नए प्लेटफार्म लक्ष्मी बाई नगर, डॉक्टर अंबेडकर नगर (महू) राजेन्द्रनगर, राऊ और हर्निया खेड़ी में उपलब्ध कराये गये हैं।
– इंदौर देवास उज्जैन सेक्शन का दोहरीकरण। – इंदौर धार दाहोद के बीच नई लाइन कार्य। – उज्जैन स्टेशन के लिए एक नए स्टेशन का भी कार्य प्रगति पर है। – नीमच चित्तौडग़ढ़ सेक्शन का दोहरीकरण।
– रतलाम चित्तौडग़ढ़ सेक्शन का विद्युतीकरण। – आदर्श स्टेशन के मानदंडों के अनुसार मंदसौर स्टेशन का विकास। – नीमच बड़ी सादड़ी नई लाइन की आधारशिला रखना। MUST READ : VIDEO दिल्ली मुंबई राजधानी ट्रैक पर दूसरे दिन भी पानी
385 यात्री डिब्बे बढ़ाए गए रतलाम मंडल ने मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की समयपालनता को 94.7 प्रतिशत तक सफलतापूर्वक बनाए रखा है। अधिक ट्रेनों का परिचालन करने वाले मंडलों में यह पहला मंडल है जिसने यह असाधारण उपलब्धि हासिल की है। पिछले वर्ष रतलाम मंडल ने ट्रेनों में 358 अतिरिक्त कोच जोड़े जिससे यात्री वाहन क्षमता में वृद्धि हुई है। 28 नई ट्रेनें शुरू की गई हैं और 14 ट्रेनों को अतिरिक्त ठहराव दिया गया। दो ट्रेनों को पारंपरिक से एलएचबी रेकों में परिवर्तित किया गया इससे अर्जित आमदनी भी सर्वाधिक रही। बाढ़ के समय इस मंडल द्वारा केरल के लिए वाटर स्पेशल ट्रेन भी चलाई गई। यह भी उल्लेखनीय है कि रतलाम मंडल द्वारा 3.2 मेगावाट की क्षमता वाले सोलर पैनलों का भी संस्थापन किया गया, जिसके फलस्वरूप 1.1 करोड़ रुपए की वार्षिक बचत हुई है । वर्ष 2018 19 के दौरान रतलाम मंडल द्वारा कुल 21,277 एमटी स्क्रैप का निपटारा किया गया जो इस मंडल का अब तक का सर्वाधिक है। वर्ष 2018 19 के दौरान इस मंडल ने टिकट जांच के क्षेत्र में भी और असाधारण उत्कृष्टता हासिल की। 2017 18 के दौरान 11.47 करोड़ रुपए की अर्जित आमदनी की तुलना में मंडल द्वारा इस वर्ष 14.06 करोड़ रुपए की आमदनी हासिल की गई।
MUST READ : 6 कारण से होता है श्राद्ध में मरने वालों का फिर से जन्म व मोक्षरेलवे स्टेशनों पर हुए ये कार्य रतलाम मंडल ने बेहतर टॉयलेट व्यवस्था, एस्केलेटर/एलिवेटर, एसी वेटिंग हॉल, पैदल ऊपरी पुल/सड़क ऊपरी पुल, परिसंचरण क्षेत्र का विकास, स्टेशन का बाहरी परिदृश्य, प्लेटफॉर्म, दिव्यांग जनों के लिए सुविधा इत्यादि यात्री सुविधाओं को प्रदान करने में गहन रुचि ली है। रतलाम मंडल ने बेहतर प्रकाश व्यवस्था तथा ऊर्जा में बचत के लिए सभी रेलवे स्टेशनों, सर्विस बिल्डिंगों तथा रेलवे एकोमोडेशनों में एलईडी लाइटें लगाई हैं। हाल ही में गत दिनों रतलाम मंडल ने विभिन्न स्टेशनों पर 10 एस्केलेटरों तथा 14 एलिवेटरों को सफलतापूर्वक लगाया। इंदौर तथा उज्जैन स्टेशनों पर एस्केलेटर, एलिवेटर तथा एसी वेटिंग हॉल उपलब्ध कराये गये हैं। अब इंदौर, उज्जैन तथा रतलाम स्टेशनों पर एसी वेटिंग हॉल की सुविधा है। इंदौर, रतलाम, लिमखेड़ा, चंदेरिया, शम्भूपुरा तथा नागदा स्टेशनों पर सड़क ऊपरी पुलों के निर्माण तथा सड़क ऊपरी पुलों के विस्तार का कार्य किया जा रहा है।
MUST READ : VIDEO रेलवे के अंडरब्रिज में भरा पानी, बारिश ने रोकी आने जाने की राहदल ऊपरी पुलों का निर्माण तथा इसका विस्तार रतलाम, इंदौर, उज्जैन तथा चित्तौडग़ढ़ स्टेशनों पर फ्री वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई है तथा जल्द ही इसे अन्य स्टेशनों पर उपलब्ध कराया जायेगा। इंदौर, रतलाम, दाहोद, लिमखेड़ा, नागदा तथा शम्भूपुरा स्टेशनों पर नये पैदल ऊपरी पुलों का निर्माण तथा इसका विस्तार किया जा रहा है। लिमखेड़ा, पिपलिया, चंदेरिया, मेघनगर, मंदसौर, सिहोर, बेरछा तथा मोरवानी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्मों का विस्तार किया गया। नये प्रयोगों को ध्यान में रखते हुए रतलाम मंडल द्वारा इंदौर, उज्ज्ौन, रतलाम में थ्री-डी डिजिटल म्यूजिय़म की स्थापना की गई है। रतलाम, इंदौर, उज्जैन, नीमच, चित्तौडग़ढ़ स्टेशनों पर एटीवीएम मशीनें लगाई गई हैं। इंदौर स्टेशन पर 100 फीट ऊँचा तिरंगा फहराया गया है। रतलाम स्टेशन पर वुमन एवं चाइल्ड हेल्प डेस्क स्थापित की गई है। रतलाम मंडल महिला यात्रियों के लिए भी सजग है तथा मंडल ने इंदौर स्टेशन पर सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीनें लगाई हैं। स्थानीय कलाकारों के सहयोग से रतलाम मंडल ने रतलाम, उज्जैन, इंदौर, चित्तौडग़ढ़, डॉ. अम्बेडकर नगर तथा मंदसौर स्टेशनों की दीवारों को उत्कृष्ट चित्रकारी से एक नया रूप दिया है।
MUST READ : Ajab Gajab: देखिए, मूषकराज का अनूठा वीडियोहैरिटेज ट्रेन चलाई सबसे पहले स्टेशनों के पुनरुद्धार के साथ-साथ इसके सौंदर्यीकरण तथा स्थानीय चित्रकारी को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत पश्चिम रेलवे ने भारतीय रेलवे द्वारा हाल ही में घोषित किये गये हेरिटेज खंड पर 25 दिसम्बर, 2018 को पातालपानी और कालाकुंड स्टेशनों के बीच स्पेशल हैरिटेज ट्रेन चलाई। पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज सेक्शन को बहुत ही सुंदर बनाया गया था। डिब्बों/डीजल लोको की कलर स्कीम को सुंदर प्राकृतिक वातावरण से मैच किया गया है। पश्चिम रेलवे ने हेरिटेज ट्रेन के लिए तीन डिब्बों का नवीनीकरण किया है। इस मीटर गेज लाइन का निर्माण 150 साल पहले किया गया था। दो दर्जन से अधिक टूरिस्ट स्पॉटों को विकसित करने के साथ इस खंड के स्टेशनों, रेस्ट हाउसों तथा अन्य सर्विस बिल्डिंगों को डेकोरेट किया गया है, जो विश्व के पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। रतलाम मंडल की ऐसी कई उपलब्धियों के बाद हाल ही में मध्य प्रदेश में स्थित रतलाम-डॉ. अम्बेडकर नगर-खंडवा-अकोला खंड के गेज परिवर्तन के नव गेज परिवर्तित एक भाग मथेला-निमारखेड़ी खंड पर पहली मालगाड़ी चलाई गई।
MUST READ : श्राद्ध 2019 : वो सब जो आप जानना चाहते हैसबसे बेहतर मंडल का अवार्ड रतलाम मंडल को अपने लक्ष्य को पाने की क्षमता तथा उनके अनवरत प्रयासों के लिए लगातार दूसरी बार सर्वश्रेष्ठ मंडल का पुरस्कार दिया गया। 7 मार्च, 2019 को माननीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा भारतीय रेलवे पर सर्वश्रेष्ठ मंडल के लिए रतलाम मंडल को पुरस्कृत किया गया। रतलाम मंडल पर विद्युतीकरण, गेज परिवर्तन, ट्रैक रिनुअल, फॉर्मेशन ट्रीटमेंट, पुलों की री-गर्डरिंग इत्यादि कार्यों को पूरी क्षमता के साथ किया जा रहा है। मंडल हरित एवं स्वस्थ पर्यावरण की दिशा में हरसम्भव कदम उठा रहा है। विश्व पर्यावरण के अवसर पर रतलाम मंडल के रेलवे अस्पताल में इफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट के उद्घाटन के साथ पौधा रोपण किया गया। मंडल ने रतलाम और चित्तौडग़ढ़ के बीच ब्लैंडेड बायो डीजल बी-5 का उपयोग कर ग्रीन ट्रेन चलाई। चित्तौडग़ढ़ और सिहोर स्टेशन ने लीकेज को रोकना, जागरूकता पैदा करना, मौसम के अनुसार पानी के सप्लाई को कंट्रोल करना जैसे प्रयासों से जनसंरक्षण के बेहद साधारण उपाय किये। रतलाम स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर 4, 5 एवं 6 पर क्विक वॉटरिंग कार्यों को पूरा किया गया। रतलाम, इंदौर तथा उज्जैन स्टेशनों पर बॉटल क्रशिंग मशीनें लगाई गईं।