ये है मान्यता
मान्यता है कि धनतेरस से लेकर दीपावली तक महालक्ष्मी मंदिर में मां लक्ष्मी के चरणों में जो भी चढ़ाया जाता है वो अनंत गुना बढ़कर मिलता है और इसी मान्यता के कारण महालक्ष्मी मंदिर देश-विदेश तक विख्यात है। मंदिर में भक्तों के नोटों और आभूषणों से होने वाले मां लक्ष्मी के विशेष श्रंगार और सजावट के कारण भी मंदिर को प्रसिद्धि मिली है इसी कारण हर साल धनतेरस से लेकर दीपावली तक मंदिर में देशभर से भक्त अपनी दौलत लेकर पहुंचते हैं और लक्ष्मी जी के चरणों में चढ़ाते हैं। मंदिर के पुजारी संजय पुजारी ने बताया की यह मान्यता है कि धनतेरस से लेकर दीपावली तक माता के चरण से लेकर दरबार में जो भी चढ़ाया जाता है वो अनंत गुना बढ़कर मिलता है । उन्होंने बताया कि वैसे तो पहले दीपावली पर भी मंदिर में भक्तों को प्रवेश दिया जाता था लेकिन कोरोना के कारण इस बार नियमों में बदलाव किया गया है। जिसके चलते धनतेरस से लेकर दीपावली तक मंदिर परिसर में आने की इजाजत नहीं रहेगी व बाहर से ही दर्शन करने होंगे ।
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लक्ष्मी की सुरक्षा के लिए हुए तैनात पहरेदार
महालक्ष्मी मंदिर में भक्तों द्वारा चढ़ाए गए चढ़ावे की सुरक्षा के लिए पहरेदार भी तैनात कर दिए गए हैं। मंदिर में आए व और आ रहे चढ़ावे की सुरक्षा के लिए 8-8 घंटे के रोस्टर का पालन करते हुए सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। पुलिस द्वारा सुरक्षा के माकूल प्रबंध किए गए हैं। वरिष्ठ अधिकारी इसकी रिपोर्ट हर एक घंटे में ले रहे है। धनतेरस से मंदिर के गर्भगृह व बाहर के परिसर में भक्तों के आने पर रोक लग जाएगी व बाहर से ही दर्शन होंगे।
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