कोरोना वायरस में लगे लॉकडाउन में भले यात्री ट्रेन नहीं चल रही हो, लेकिन रेलवे के कई विभाग इन दिनों भी ट्रैक से लेकर कार्यालय में कार्य करके मालगाड़ी, श्रमिक ट्रेन आदि के सुरक्षित संचालन के लिए कार्य कर रहे है। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार ट्रैक पर मालगाड़ी सहित हर प्रकार की ट्रेन के सुरक्षित संचालन के लिए यह जरूरी है कि सिग्नल बेहतर कार्य करते रहे, इसलिए रेल मंडल का सिग्नल विभाग के कर्मचारी ट्रैक से लेकर कार्यालय में 15 से 16 घंटे तक कार्य कर रहे है।
लॉकडाउन के इस समय जबकि सभी गतिविधियां रोक दी गई हैं। सिग्नल विभाग के कर्मचारी नागरिकों के लिए आवश्यक सामान की उपलब्धता के लिए मालगाडिय़ों सहित कुछ दिन पूर्व शुरू हुई श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। इस दौरान कर्मचारी केबल परीक्षण, पॉइंट, सिग्नल और ट्रैक का रखरखाव, खराब हुए संसाधन को सुधार, कार्यालय में टेलिकॉम आधार व्यवस्था करना, रेलवे नियंत्रण कक्ष में संकेत को बेहतर रखना, वरिष्ठ अधिकारियों का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुंबई से लेकर दिल्ली तक बात करने में सहयोग करना आदि कार्य कर रहे है।
रेलवे में सिग्नल एवं दूर संचार नियंत्रण कक्ष की भूमिका अहम होती हैं। जिसके माध्यम से सभी स्टेशनों के स्टेशन मास्टर्स एवं कंट्रोलर के बीच सीधा संवाद स्थापित किया जाता है। इन सभी चुनौती पूर्ण समय में भी सिग्नल व टेलीकॉम कंट्रोल रूम के समस्त कर्मचारी बिना किसी अतिरिक्त बाधा के निरंतर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
– विनित गुप्ता, डीआरएम रतलाम