कलेक्टर ने कहा कि मप्र शासन किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मंत्रालय भोपाल द्वारा 22 जुलाई को मप्र राजपत्र में प्रकाशित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अन्तर्गत मौसम खरीफ वर्ष 2019 संबंधी अधिसूचना के अनुसार बुआई से लेकर कटाई तक खड़ी फसल एवं आपदा में जलभराव के कारण फसल में होने वाले नुकसान पर व्यक्तिगत फसल बीमा का लाभ देने का प्रावधान है। नियमानुसार कम्पनी, राजस्व एवं किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के अधिकारियों के संयुक्त दल द्वारा रतलाम जिले में क्षति का नमूना सर्वेक्षण सम्पन्न कर एवं पटवारी हल्कावार कार्यवाही पूर्ण कर बीमा क्लेम राशि का निर्धारण किया जाए।
चोराना के तोफानसिंह सोलंकी ने बताया कि समीपस्थ ग्राम चोराना, बदनारा, कचलाना, चौरानी, सुतरेटी, नोगावा जागीर, कोटड़ी, एवरिया आदि गांवों में लगभग 2 से 3 किमी ऐसा क्षेत्र है जहां पर एक सप्ताह से ज्यादा समय से खेतों में पानी भरा हुआ है। तथा फसलों की स्थिति काफी खराब हो गई है। किसानों में प्रधानमंत्री फसल बीमा को लेकर जागरूकता का अभाव देखा गया, तो शासन स्तर पर भी प्रचार प्रसार की कमी देखी जा रही है। फसल बीमा के नियमों के अन्तर्गत 72 घंटे के अंदर बीमा कम्पनी को मैदानी अमले को सूचना देनी होती है, परंतु किसानों को जानकारी का अभाव है।
जिले में अतिवृष्टि से प्रभावित जावरा अनुविभाग के गांवों में सोमवार को पुन: कलेक्टर रुचिका चौहान तथा पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी पहुंचे। प्रभावित ग्रामीणों से चर्चा की और ग्रामीणों से कहा कि प्रशासन प्रत्येक जरूरतमंद की मदद करेगा। कलेक्टर तथा एसपी ने ढोढर, पिपलिया जोधा, सरसोंदा, पीपलोदी तथा राणायरा गुर्जर पहुंचकर अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन किया। साथ आए शासकीय अमले को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत तत्काल शुरू करने तथा फसलों के नुकसान का आकलन करने के लिए तेजी से कार्य करने की ताकीद की। कलेक्टर चौहान ने ग्राम पिपलौदी में ग्रामीणों के लिए पेयजल व्यवस्था हेतु पानी के टैंकर की व्यवस्था के निर्देश एसडीएम को दिए।
रतलाम। जारी मानसून सत्र में जिले में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 28 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है। रतलाम जिले की वार्षिक औसत साढ़े 36 इंच है, लेकिन 16 सितंबर की सुबह 8 बजे तक जिले में लगभग 1560.7 मिलीमीटर (62 इंच से अधिक) वर्षा औसत रूप से दर्ज की जा चुकी है। गत वर्ष इसी अवधि तक 759.9 मिमी (लगभग 34 इंच से अधिक) वर्षा दर्ज की गई थी। सोमवार सुबह समाप्त हुए पिछले 24 घंटों के दौरान आलोट में 40 मिमी, जावरा में 37 मिमी, ताल में 46 मिमी, पिपलौदा में 13 मिमी, बाजना में 12 मिमी, रतलाम में 21 मिमी, रावटी में 34 तथा सैलाना में 10 मिमी वर्षा दर्ज की गई।