व्यापारियों की माने तो नियमानुसार यही सोना वर्तमान में 34900 होना चाहिए, लेकिन वहीं सोना सराफा में आपको 34100 में मिल जाएगा। आम जनता जैसे ही बिल की मांग करेंगी उसे फिर उसी आधार पर व्यापारी सोने के भाव भी बताएगा, क्योंकि व्यापारी ग्राहक को सोने के स्थान पर जेवराती के भाव बताता है। क्योंकि बिस्टिक बहुत कम लोग लेते है, 95 फीसदी जेवराती के ग्राहक आते हैं। व्यापारी यह भी स्पष्ट कर देता है कि बिल को लेने पर इतना अधिक देना पड़ेगा। अधिकांश ग्राहक बिल के लेते ही नहीं है, क्योंकि प्रति 10 ग्राम पर 900-1000 का फर्क पड़ता है, अगर वह १०० ग्राम सोना शादी के लिए लेता है तो उसे सीधे 9-10 हजार पूरे बच जाते है, इस कारण वह बिल नहीं लेता है। टैक्स बढऩे के बाद बिल और बनाने कम कर देंगे। एक नंबर की इंट्री ( नोकरीपेशा ) वाले होते ही बिल लेते हैं।
बजट आने पर 34100
बजट के बाद 34050 दो-ढाई प्रतिशत ड्यूटी घटाना थी
सरकार ने बजट में जो ड्यूटी ढाई प्रतिशत बढ़ाई है, इसके स्थान पर इन्हे दो-ढाई प्रतिशत कम कर देना थी, इससे जो विदेश से माल आया कम आया है। इसलिए लोगों में खपत कम हो जाएगी। ड्यूटी बढ़ाने की स्थान पर इन्हे घटाना थी, मध्यवर्गीय ग्राहक पर इसका असर पढ़ेगा और गरीब वर्ग तो बाहर ही हो जाएगा। अब गरीबों के अंगुठी और चेन पहनने का शौक भी नहीं रह जाएगा। अब तो भाव बढ़ेंगी, अगर इंटरनेशनल स्तर पर भाव में अगर मंदी आए तो ही घटेंगे भाव।
– मनोज शर्मा, सराफा व्यापारी रतलाम