दाहोद स्टेशन पर स्टेशन मास्टर के पास एक यात्री तीन-चार वर्ष की एक रोती हुई बच्ची को लाया। यात्री ने सवाल करने पर मास्टर को बताया कि बच्ची यात्री प्रतीक्षालय में रो रही थी। वह अमरेठ की रहने वाली बता रही थी। असल में इस बच्ची को मां टिकट लेने जाने के दौरान छोडकर गई थी, लेकिन लाइन लंबी होने की वजह से देरी हो गई तो बेटी मां की याद में बिलखने लगी। इसकी सूचना रेलवे सुरक्षा बल एवं चाइल्ड लाइन को फोन दी व मामले से इस बारे में अवगत कराया। इसके साथ ही साथ बच्ची के गुमने की माइक से स्टेशन पर लगातार घोषणा भी करवाई गई। माइक से सुनते ही दो महिलाएं रोती हुई आई और बोली की टिकट लेने के दौरान बच्ची गुम हो गई थी। स्टेशन मास्टर द्वारा रेलवे सुरक्षा बल की उपस्थिति में बच्ची द्वारा मां की पहचाने करने पर बच्ची को उनके परिवार को सौंपा।