दरअसल, यह मामला नगर विधानसभा क्षेत्र के वार्ड नंबर-1 पनवडिया बेसिक स्कूल का है। जहां कैंपस में ही बने टॉयलेट को स्कूल में पढ़ने वाले छात्र साफ कर रहे हैं। ‘पत्रिका’ की जांच में सामने आया कि स्कूल में कोई स्वीपर तैनात नहीं है। इस कारण रोजाना स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों से ही टॉयलेट साफ कराया जाता है। इसकी पुष्टि भी टॉयलेट साफ कर रहे एक छात्र ने कैमरे के सामने की है। जब हमने इस संबंध में स्कूल प्रिंसिपल से बात की तो उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया। हालांकि बंद कमरे में इतना जरूर बताया कि यहां कोई स्वीपर नहीं है।
आरोप है कि खुद स्कूल प्रिंसिपल सभी छात्र-छात्राओं को डांट-फटकार कर कहा कि कोई भी अगर यहां पर पूछताछ करने के लिए आए तो आपको यही बताना है कि हम टॉयलेट खुद साफ करते हैं। मैडम हमसे टॉयलेट साफ नहीं करवाती हैं। इसको लेकर छात्र-छात्राएं सदमे में है। वह ज्यादा कुछ नहीं बता पा रहे हैं। ऐसी स्थिति में स्वाभाविक रूप से बच्चे भी कुछ ज्यादा सच नहीं बता पाएंगे, लेकिन वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि स्कूल में बच्चों से ही टॉयलेट साफ करवाया जाता है।
वहीं, इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी का कहना है कि स्कूल में पठन-पाठन के अलावा बच्चों से कोई दूसरा काम नहीं कराया जाएगा। बच्चों से टाॅयलेट साफ करवाना गलत है। इस मामले में जांच के बाद कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।