मामला स्वार तहसील क्षेत्र के गांव रसूलपुर फरीदपुर का है। गांव में जमशेद मियां का परिवार रहता है। परिवार वालों के अऩुसार दो दिन पूर्व घर में भरवां तोरई की सब्जी बनी थी। सब्जी खाने के बाद परिवार की शाजिया, इल्मा बीबी, मुस्कान बीबी, वरिसा बीबी, तारा बीबी व 20 वर्षीय रेहान की तबियत खराब हो गई, उन्हें उल्टियां होने लगीं। इस पर परिजन घबरा गए। सभी को गांव के ही झोलाछाप के यहां भर्ती करा दिया।
इनमें से किसी की भी हालत में सुधार नही हुआ। इतना ही नहीं झोलाछाप के क्लीनिक पर उपचार के दौरान रेहान की मौत हो गई। परिजनों ने कोई कार्रवाई किए बिना ही युवक के शव को शुक्रवार को सुपुर्दे ए खाक कर दिया। शाम तक यह खबर क्षेत्र में फैली ताे सूचना पर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। सीएचसी प्रभारी डाॅ. इंदुकांत वर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और सभी काे एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाकर भर्ती कराया।
सीएचसी प्रभारी डाॅ. इंदुकांत वर्मा ने बताया की फूड प्वाइजनिंग के चलते हालत बिगड़ी थी। एक युवक की मौत हो गई है, जबकि बाकी का सीएचसी में उपचार किया जा रहा है। बताया कि अब इन सभी की हालत में सुधार है। परिजनों ने बताया कि रेहान अहमदाबाद में रहकर एक फैक्ट्री में टेलरिंग का काम करता था। लॉकडाउन में एक माह पूर्व वापस घर आ गया था।