बता दें कि सांसद आजम खान के दाह संस्कार में शामिल होने की खबर पर पुलिस प्रशासन एक्टिव हो गया था। जिसको लेकर आईपीएस अफसर सत्यजीत गुप्ता, सीओ स्वार विद्या किशोर समेत तीनों कोतवालियों के कोतवाल भी मृतक कल्लू के घर के आसपास खड़े हो गए। इसके अलावा नगर का खुफिया विभाग भी वहां पर खबरें जुटाने में लग गया। इसी दौरान आजम खान अपने काफिले के साथ बापू मॉल पहुंचे। जहां पर वह पहले मृतक परिवार के घर गए, जहां आजम खान ने म्रतक के बेटे और बेटियों से कहा कि अल्लाह ही उनकी मदद करेगा ।
संगीनों के साये में दफन हुआ कल्लू का शव ई रिक्शा चालक कल्लू का शव तीन कोतवालियों की पुलिस समेत कई अफसरों के बीच दफन हुआ। सांसद आजम खान ने भी इस दौरान कुछ भी मीडिया के कैमरे पर नहीं बोला। वहीं सीओ सिटी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच बीती रात कल्लू की अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान उनके परिवार को हमने यह आश्वासन दिया है कि बहुत जल्द शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं से परिवार के सदस्यों का पालन-पोषण करने को लेकर मदद की जाएगी। 5 लाख की नगद मदद करवाई जाएगी। साथ ही उनको रहने के लिए एक रूम भी दिलाने की बात चल रही है। साथ ही पुलिस की जिप्सी चालक के खिलाफ भी मृतक परिवार की तरफ से संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
गौरतलब है कि परिवार के लोगों का आरोप है कि पुलिस जिप्सी चालक ने लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए ई रिक्शा में टक्कर मार दी। जिससे ई रिक्शा चालक गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के बेटे ने कहा कि पुलिस के अफसरों ने हमसे वादा किया है कि ₹500000 नगद देंगे और एक रहने के लिए रूम देंगे। पता नहीं कौन सा रूम देंगे, लेकिन अगर उन्होंने कोई सरकारी क्वार्टर दिया तो हम उसमें नहीं रहेंगे। हमें हर हाल में जमीन चाहिए और जमीन पर अपना निजी घर चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया तो हम प्रशासन के अधिकारियों से लड़ने के लिए तैयार रहेंगे क्योंकि जब हमारे पिताजी अब नहीं रहे, अब हम कहां रहेंगे।