जलधरा घाट पर बनेगी शेषनाग के ऊपर श्रीकृष्ण की मूर्ति
– नगर परिषद ने 30 लाख का किया टेण्डर, 32 फीट की होगी मूर्ति, महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा लगाने की तैयारी
राजसमंद. शहर के द्वारिकाधीश मंदिर के पास स्थित जलधरा घाट पर जल्द ही शेषनाग पर श्रीकृष्ण की मूर्ति बनाने का काम शुरू होगा। नगर परिषद ने इसके लिए टेण्डर की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। इस पर करीब 30 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके साथ ही महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ प्रतिमा लगाने की तैयारी है।
राजस्थान पत्रिका की ओर से करीब दो माह पहले द्वारिकाधीश मंदिर परिसर पुष्टिमार्गीय परंपराओं के संरक्षण और संवर्धन विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। इसमें वक्ताओं ने द्वारिकाधीश की नगरी में ही श्रीकृष्ण और महाराणा प्रताप की प्रतिमा नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की थी। इस पर नगर परिषद ने तुरंत अपने स्तर पर शेषनाग पर श्रीकृष्ण की प्र्रतिमा और महाराणा प्रताप की प्रतिमा जल्द से जल्द लगवाने की घोषणा की थी। इस पर नगर परिषद और मंदिर प्रशासन ने जलधरा घाट पर कालिया नाग पर श्रीकृष्ण की मूर्ति लगाने का स्थान चिन्हित किया। इसके चलते गत दिनों नगर परिषद प्रशासन ने मूर्ति निर्माण के लिए 30 लाख के टेण्डर जारी किए। एक माह बाद टेण्डर को खोला जाएगा। इसके बाद संबंधित ठेकेदार को जल्द काम शुरू करना होगा।
32 फीट की बनेगी प्रतिमा
नगर परिषद की ओर से लगाई जाने वाली श्रीकृष्ण की प्रतिमा करीब 32 फीट ऊंची होगी, जो उतर दिशा में काफी दूर से दिखाई देगी। श्री कृष्ण ने कालिया नाग को पानी में ही मारा था। इसके कारण इसे राजसमंद झील के पास ही जलधरा घाट पर ही बनवाया जा रहा है।
महाराणा प्रताप की प्रतिमा का जल्द होगा टेण्डर
नगर परिषद की ओर से महाराणा प्रताप की अश्वारूढ़ प्रतिमा के लिए जल्द स्थान चिन्हित कर इसकी भी टेण्डर प्रकिया प्रारंभ होगी। नगर परिषद प्रशासन इसे किसी चौराहा या सार्वजनिक स्थान पर लगाना चाहता है जो दूर से दिखाई दे और आकर्षक भी लगे। इसके लिए नगर परिषद ने तैयारी शुरू कर दी है।
टेण्डर जारी, जल्द होगा निर्माण प्रारंभ
नगर परिषद की ओर कालिया नाग पर श्रीकृष्णजी की प्रतिमा के लिए टेण्डर जारी किया है। महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने के लिए भी टेण्डर जल्द जारी किए जाएंगे। इसके लिए स्थान चिन्हित किया जा रहा है।
– अशोक टांक, सभापति नगर परिषद राजसमंद
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