जिला कलक्टर शुभम चौधरी ने पदभार ग्रहण करने पश्चात अपनी पहली बैठक में ही कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता आमजन की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान करना है। उन्होंने कहा है कि वे हर सप्ताह संपर्क पोर्टल की समीक्षा करेंगी। इसका उद्देश्य सुनिश्चित करना है कि पोर्टल पर दर्ज की गई सभी शिकायतों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण हो सके और कोई भी शिकायत अनदेखी न हो।
राजस्थान संपर्क का उद्देश्य नागरिकों को एक केंद्रीकृत मंच प्रदान करना है, जहां राज्य का कोई भी नागरिक अपनी शिकायतें संबंधित विभागों में दर्ज करा सकता है। इसमें मुख्य रूप से एकीकृत वेब पोर्टल के साथ एक राज्य स्तरीय कॉल सेंटर 181 शामिल है जो सरकारी सेवाओं से संबंधित विभिन्न शिकायतों को संबोधित करने और उनका निवारण करने के लिए एकल संपर्क बिंदु के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा आमजन कलक्ट्रेट के कमरा नंबर 103 में उपस्थित होकर भी शिकायतें दर्ज करवा सकते है।
प्रतिदिन सुबह बताते हैं किस विभाग की शिकायतें लंबित
इधर अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेश बुनकर प्रतिदिन सुबह संपर्क पोर्टल पर लंबित शिकायतों की समीक्षा करते हैं और उनके निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हैं। प्रतिदिन संपर्क पोर्टल पर लंबित शिकायतों की स्थिति को जिला स्तरीय अधिकारियों के वॉट्सएप ग्रुप में डाला जा जाता है, जिससे अधिकारी ऑफिस जाने से पहले ही यह देख पाते हैं कि कौनसी शिकायतें लंबित है।
जिले की इन दिनों यह रही स्थिति
संपर्क पोर्टल की हर माह राज्य स्तरीय रैंकिंग जारी होती है। राज्य के 50 जिलों की रैंकिंग में राजसमंद जिला माह जुलाई में औसत पांचवें, अगस्त में औसत चौथे स्थान पर रहा है। सितंबर माह की औसत रैंकिंग अगले माह जारी होगी। मंगलवार सुबह जारी रैंकिंग में जिला तृतीय स्थान पर रहा है।