साफ-सफाई व मच्छर रोधी उपाय सुनिश्चित करें
प्रदेश में चांदीपुरा वायरस से संक्रमित की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके कारण चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से गत दिनों एडवाइजरी भी जारी की गई है।
राजसमंद सीएमएचओ डॉ. हेमंत कुमार बिन्दल ने भी जिले के सभी चिकित्सा अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सर्तकता बरतने एवं सजग रहने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यह वायरस मादा फ्लेबोटोमाइन मक्खी एवं एडीज मच्छर से फैलता है। इसलिए सभी को साफ-सफाई एवं मच्छर रोधी उपाय सुनिश्चित करने चाहिए।
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राजसमंद सीएमएचओ डॉ. हेमंत कुमार बिन्दल ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगनियों के माध्यम से घर-घर संपर्क के दौरान साफ-सफाई के लिए जागरूक करने के साथ ही बच्चों में बुखार व उल्टी-दस्त के लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सा संस्थान पर रेफर करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही दैनिक रिपोर्टिंग आईएचआईपी पोर्टल पर भी करने के निर्देश दिए।
डूंगरपुर-उदयपुर में मिले चांदीपुरा संक्रमित केस
गुजरात में चांदीपुरा वायरस के चलते कई बच्चों की मौत हो चुकी है। इसके बाद से राजस्थान के डूंगरपुर और उदयपुर में चांदीपुरा से संक्रमित केस मिल चुके हैं। नाथद्वारा तहसील गांव की एक आठ वर्षीय बालिका की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आई है। हालांकि यह परिवार कई दिनों पहले जोधपुर चले गया था। जोधपुर एम्स में ही बालिका का उपचार जारी है। चांदीपुरा वायरस के मुख्य लक्षण
सीएमएचओ डॉ. बिन्दल ने बताया कि
चांदीपुरा वायरस के मुख्य लक्षण तेज बुखार, उल्टी दस्त होना, मिर्गी के दौरा पड़ना होता है। 15 वर्ष से छोटे बच्चे इस वायरस से प्रभावित होते है। यह वायरस मस्तिष्क पर सीधे अटैक करता है, इससे मस्तिष्क में सूजन आ जाती है। शुरू में फ्लू के लक्षण दिखते है, बाद में बच्चा कोमा में चला जाता है।