यह भी कराया जाएगा उपलब्ध
उद्यान विभाग के उप निदेशक हरिओम सिंह राणा ने बताया कि किसानों को पौधे के साथ एक बेग एसएसपी उर्वरक पौषक तत्व के रूप में, 20 किलोग्राम नीम की खली दीमक नियंत्रण के लिए, एक गुणा 100 प्लास्टिक मल्चिंग शीट 75 माइक्रोन खरपतवार नियंत्रण के लिए तथा ड्रीप ऑन लाइन 300 मीटर इ-मिटिंग पाइप व 100 ड्रिपर 8 लीटर प्रति घंटा वाले 75 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराए जाएंगे। यह भी पढ़ें – राजस्थान पुलिस सेवा नियम में OBC के लिए आयु सीमा में 5 साल की छूट का प्रावधान यथावत उद्यान विभाग देगा अनुदान
हरिओम सिंह राणा ने बताया कि आमवेला चकैया एवं आम केसर पौधे रोपण में कृषक का हिस्सा राशि 3400 रुपए प्रति कृषक एवं नीबू पौध रोपण में
कृषक हिस्सा राशि 2400 रुपए प्रति कृषक द्वारा वहन की जाएगी। इस पर क्रमश: 75 प्रतिशत अनुदान लगभग राशि 15052 रुपए व 12052 रुपए उद्यान विभाग की ओर से प्रदान की जाएगी।
स्थाई आमदनी का स्रोत होगा विकसित
हरिओम सिंह राणा ने बताया कि इसमें प्रति कृषक योजना की कुल लागत आंवला चकैया एवं आम केसर लगभग 20070 रुपए एवं नींबू किस्म कागजी की 16070 रुपए है। उन्होंने बताया कि उक्त योजना से किसानों का स्थाई आमदनी का स्रोत विकसित होगा और करीब 3 वर्ष पश्चात कृषकों को प्रति वर्ष लगभग एक लाख रुपए की आमदमी होती रहेगी।