राजभोग के समय निधि स्वरूप लाड़ले लालन के भी दर्शन किए। तत्पश्चात मंदिर की स्वागत परंपरानुसार श्रीकृष्ण भंडार में अधिकारी सुधाकर उपाध्याय के द्वारा सभी का उपरना ओढ़ा प्रसाद प्रदान कर समाधान किया गया। दर्शन के बाद वे यहां कुछ देर रूकने के बाद प्रस्थान कर गई।
यहां पहुंचने पर मंदिर से जुड़े सदस्यों आदि ने उनकी अगवानी की। इससे पूर्व शुक्रवार को अपरांह के समय वे यहां पहुंची थी। सोनल बेन शाह ने प्रभु श्रीनाथजी के उत्थापन भोग आरती आदि झांकियों के दर्शन भी किए एवं रात्रि विश्राम भी नाथद्वारा में ही किया था।
सोनल बेन शाह ने शहर के मंदिर मार्ग, चौपाटी सहित विभिन्न बाजारों से साडिय़ां-लहंगे सहित कई सामग्रियों की खरीददारी भी की।