फैक्ट फाइल
- 22.63 एमएसीएफटी क्षमता का बनेगा डेम
- 85 मीटर होगी नाके की लम्बाई
- 14 मीटर ग्राउण्ड फ्लोर से ऊंचाई
- 11 गांव 48 ढाणी होगी लाभान्वित
- 3156 परिवार होंगे इससे लाभान्ति
- 1047 वर्तमान में पानी के कनेक्शन
- 2109 नए कनेक्शन दिए जाना प्रस्तावित
डेम का निर्माण, फिल्टर प्लांट और पाइप बिछेगी
बेड़च का नाका पेयजल परियोजना के लिए 18 करोड़ की लागत से डेम का निर्माण करवाया जाएगा। इसके अलावा 42 करोड़ की लागत से फिल्टर प्लांट, पानी की टंकी का निर्माण एवं पाइप लाइन आदि बिछाने पर खर्च होंगे। इससे पांच पंचायतें जिसमें रिछेड, चारभुजा, झीलवाड़ा, मानावतो का गुडा, थुरावड़ गांव और ढाणियों को पेयजल उपलब्ध होगा। डेम का निर्माण सिंचाई विभाग करेगा, इसके अलावा अन्य कार्य जलदाय विभाग के माध्यम से करवाया जाएगा।
यूं चला शिलान्यास के बाद घटनाक्रम
जानकारों के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री हीरालाल देवपुरा ने 15 सितंबर 2003 को शिलान्यास किया, लेकिन विधानसभा चुनाव होने के कारण 2003 में भाजपा के सुरेंद्रसिंह राठौड़ विधायक बने। उन्हें सिंचाई राज्य मंत्री बनाया गया। उन्होंने फिर से शिलान्यास किया, लेकिन वन विभाग की जमीन होने के कारण काम अटक गया। 2008 से 2013 तक कांग्रेस सरकार आई। विधायक गणेश सिंह परमार एनओसी के लिए कागजात कंप्लीट करवाए और राज्य सरकार से इस परियोजना के लिए 14 करोड स्वीकृत भी करवाए। टेंडर भी जारी हो गया, निर्माण सामग्री भी परियोजना स्थल पर पहुंच गई। फिर सरकार बदल जाने से टेंडर निरस्त हो गया। 2018 से 2023 तक सुरेंद्र सिंह राठौड़ विधायक रहे। मगर प्रदेश में कांग्रेस सरकार होने से परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई। चुनाव में सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने विधायक चुने जाने के बाद इस परियोजना के मूर्त रूप देने की घोषणा की थी। आखिर राज्य सरकार के परिवर्तित बजट में बेड़च का नाका परियोजना के लिए 60 करोड़़ की घोषणा की। 22 एमएफटी क्षमता का बनेगा डेम
बेडक़ का नाका डेम की क्षमता 22 एमसीएफटी का प्रस्तावित है। सिंचाई विभाग तो डेम बनाएगा। इसके अलावा अन्य गतिविधियां जलदाय विभाग करेगा।
- प्रतीक चौधरी, एक्सईएन सिंचाई विभाग राजसमंद
पेयजल समस्या का होगा समाधान
बेड़च का नाका जल परियोजना से कुंभलगढ़ क्षेत्र की पेयजल समस्या का समाधान होगा। फिल्टर प्लांट, पाइप लाइन बिछाने आदि का काम किया जाएगा। इससे तीन हजार से अधिक परिवार लाभान्वित होंगे।