जी हां, ऑनलाइन ठगी को लेकर लगातार मामले सामने आ रहे हैं। कई बार बच्चे तो कई बार युवा और वृद्ध शिकार हो रहे हैं। इस बार मामला खिलचीपुर निवासी महेश प्रसाद श्रीवास्तव का है। उन्होंने एक आवेदन के माध्यम से थाना प्रभारी खिलचीपुर को बताया कि उनके एक मित्र का 25 अक्टूबर की रात 8 बजे एक फोन आया कि मैंने आपके खाते में 50 हजार रुपए डलवा दिए हैं। जो मुझे अपने फोन- पे के माध्यम से मेरे खाते में वापस कर देना। मैंने बिना अपना बैंक बैलेंस चेक किए पहले 25 हजार रुपए और बाद में 5 हजार रुपए उसी अकाउंट में डाल दिए।
जब उसने बाकी राशि भी डालने के लिए मैसेज किया तो मेरे खाते से ट्रांजैक्शन फेल बता रहा था। ऐसे में उसने जब मुझे दूसरी फोन-पे आईडी दी और उसमें बाकी राशि जमा करने को कहा, तब मुझे एहसास हुआ कि मेरे खाते में कोई राशि आई नहीं। जबकि मेरे खाते से 30 हजार रुपए गायब हो चुके हैं। जब मैंने संबंधित नंबर पर वापस कॉल किया तो वह अननोन नंबर बता रहा था। इसकी सूचना देते हुए महेश श्रीवास्तव ने कार्यवाही की मांग की है।
लगातार ठगी के बाद भी नहीं पकड़ा रहे आरोपी
ऑनलाइन ठगी का यह पहला मामला नहीं है, जब किसी व्यक्ति को फोन पर कॉल करते हुए इस तरह से ठगा गया हो। इसे लेकर जागरुकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इस मामले में न सिर्फ अनपढ़ लोग शिकार हो रहे हैं, बल्कि ऐसी ठगी में कई शिक्षित और समझदार लोग भी फंस जाते हैं। मगर क्या कारण है कि इस तरह के मामले सामने आने के बाद भी ऑनलाइन ठगी करने वाले आरोपी गिरफ्त से बाहर हैं। अगर इसी मामले को देखा जाए तो शिकायतकर्ता स्वयं एक शिक्षक ही उसके बाद भी ऑनलाइन ठगी का शिकार हुए हैं।