ऐसे में मछली व्यवसाइयों की इस मांग को जरूरी बताते हुए नपाध्यक्ष मंगला गुप्ता और सांसद प्रतिनिधि शैलेष गुप्ता ने दो हफ्ते के पूर्व इसकी पूर्ति का आश्वासन दिया है। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि ने बताया कि मछली व्यवसाइयों की मांग अनुसार बाजार में टंकी और टीनशेड के पीछे के खुले स्थान को कवर्ड करने की व्यवस्था की जा रही है। इसके पूर्ण होते ही दो हफ्ते के भीतर मछली बाजार को वहां शिफ्ट कर दिया जाएगा।
हाईवे पर खुलेआम लग रहे मीट बाजार के कारण ब्यावरा की ओर से शहर में आने जाने वाले लोगों को दुर्गंध और गंदगी का सामान तो करना ही पड़ता है। वहीं हाईवे पर लगी भीड़ और मीट के अवशेष के कारण बड़ी संख्या में मौजूद कुत्ते और सूअरों के इधर-उधर दौडऩे के कारण हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है, जिसको देखते हुए वर्ष 2016 में तत्कालीन एसडीएम ने हाईवे पर दुकान लगान वाले दुकानदारों को वहां से हटाने के लिए सख्त आदेश दिए थे। मगर वहां मौजूद मीट व्यवसाइयों ने अपने लिए व्यवस्थित स्थान की मांग की है।
मछली बाजार के निर्माण के पूर्व भी हाईवे पर दरगाह गेट के सामने से खुले में लगने वाले मीट मछली बाजार को वहां से हटाने के लिए नगरपालिका और प्रशासन द्वारा कई बार कार्रवाई की जा चुकी है। दो बार एसडीएम के निर्देश में हाईवे पर मीट बेच रहे दुकानदारों के सामान जब्त करने के साथ ही उन्हें नोटिस भी जारी किया गया था। इसी के तहत पूर्व में नपा द्वारा पुराने बसस्टैंड पर मीट बाजार का निर्माण भी किया जा चुका है। पर वहां दुकान लेने के बाद दुकानदारों ने कुछ दिनों बाद ही पुराने स्थान पर भी दुकानें लगाना शुरू कर दिया। ऐसे में शहरवासियों द्वारा लंबे समय से की जा रही मांग के बावजूद अब तक हाईवे से मीट बाजार नहीं हट पा रहा।
-मंगल शैलेष गुप्ता, नपाध्यक्ष राजगढ़