मिश्रा ने रायजादा की हैंडराइटिंग की तारीफ की है। संभवत: उनका उद्देश्य यही हो, लेकिन प्रस्तुतिकरण पर विवाद उठ रहा है। यही कारण है कि मिश्रा के वक्तव्य को उनकी विचारधारा से जोड़कर देखा जा रहा है। विद्यालय के बच्चों के समक्ष संबोधन के दौरान कही गई उनकी इस बात के मायने कुछ भी हों, लेकिन कई लोगों ने इसे बाबा भीमराव अंबेडकर के विरोध में रूप में समझा है।
इस संबंध में जवाहर नवोदय विद्यालय बाड़ी के प्राचार्य जितेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि जब बच्चे पूछ रहे थे कि संविधान की हस्तलिपि किसने लिखी है, तो कुछ बच्चे गलत उत्तर बता रहे थे। इस पर मैंने स्पष्ट किया था कि संविधान का निर्माण बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने किया है, जबकि उसकी टेलीग्राफी यानि लेखन प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने किया था। मेरी इस बात का गलत अर्थ निकाला गया है। अब मुझे धमकियां मिल रही हैं, जबकि मेरा मंतव्य गलत नहीं था।
इधर रायसेन के एसपी विकाश शाहवाल का कहना है कि अभी तक इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है. वैसे भी नवोदय विद्यालय केंद्र सरकार के अधीन है।