भोपाल/रायसेन। क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि नाग के डसने के बाद इसका कारण भी पता चले कि नाग ने क्यों डसा। यकीनन आपके लिए ये जानना काफी रोचक होगा। हम बात कर रहे हैं रायसेन जिले की गैरतगंज तहसील के ग्राम सीहोरा की। जहां एक वृक्ष के नीचे नागपंचमी पर एक अदालत लगती है।
इस अदालत में फरियादी होते हैं नाग से डसे हुए पीड़ित और आरोपी होते हैं वे नाग जिन्होंने बीते साल के दौरान लोगों को डसा। वहीं इस अदालत में जज के रूप में फैसला करते हैं सिद्ध रामरसिया दरबार के पुजारी, पंडा अजब सिंह।
ऐसे लगती है अदालत
यहां सांप के डसे से पीड़ित लोगों की फरियाद अदालत में होने वाली सुनवाई की तरह होती है। नाग या सांप के सताए वे लोग जिन्हें बीते साल में सांप ने डसा, और उन लोगों ने इस स्थान का नाम लेकर धागा बांधा और स्वस्थ हुए। वे लोग इस पेड़ के निचे पंडा के सामने हाजिर होते हैं और पूजन कतरे ही वह व्यक्ति सांप की भाषा बोलने लगता है।
उसे सांप की तरह मेहर आते हैं। वह बताता है की उक्त पीडि़त को उसने किस वजह से डसा था और उसका प्रायश्चित क्या है। इस तरह प्रायश्चित करने या उसका वचन देने के बाद पीडि़त सांप की नाराजगी से मुक्त होता है।
लगती है भीड़
इस स्थान पर हर नागपंचमी पर भारी भीड़ लगती है। सांप के सताए लोगों के अलावा इस पूरी प्रक्रिया को देखने वाले और सर्पदंश से बचने के लिए मन्नत मांगने वाले लोग होते हैं।
Hindi News / Raisen / इस अदालत में होती है ‘सांपों की पेशी’, आत्माएं बताती हैं डसने की वजह