एसएसपी अजय यादव व ग्रामीण एएसपी लखन पटले ने रविवार को कंट्रोल रूम में मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 2 मार्च को धमधा ब्लॉक के ग्राम भरनी निवासी बुजुर्ग दंपती बासदेव साहू और उनकी पत्नी चैतीबाई अपने घर में खून से लथपथ पड़े थे। धमधा टीआई शैलेन्द्र कुमार ठाकुर टीम के साथ मौके पर पहुंचे। चैतीबाई की मौत हो गई थी। घायल बासदेव को जिला अस्पताल मे ंभर्ती कराया गया। मामले में टीम गठित कर जांच शुरू की। पता चला कि बासदेव ब्याज पर पैसे देता है। घर में एक रजिस्टर मिला, जिसमें जितने लोगाों को ब्याज पर पैसे दिए थे उनका नाम था।
पुलिस ने ऐसे सभी लोगों की पतासाजी की तो आरोपी ताराचंद घर से गायब था। उसके मोबाइल को ट्रेस किया तो अहमदाबाद में लोकेशन मिला। तत्काल टीम अहमदाबाद गई। ताराचंद अपने भाई के घर में छुपा था। उसे गिरफ्तार कर लिया। एएसपी पटले ने बताया कि 29 फरवरी को ताराचंद ने अपनी बाइक को एक व्यक्ति के पास 3 हजार रुपए में गिरवी रखा था। उस पैसे से जुआ खेला और हार गया। इसके बाद कहीं जाना है बोलकर अपने मौसेरे भाई से बाइक मांगा। उस बाइक को भी ले जाकर बासदेव के पास 3 हजार में गिरवी रख दिया।
गिरवी रखी बाइक की चाबी लेने कर दी हत्या
इसके बाद एक अन्य व्यक्ति को साथ लेकर फिर बासदेव के घार गया। बासदेव खाट पर बैठा था। बाइक की चाबी सिरहाने पर ही रखी थी। ताराचंद ने उसे देख लिया। जैसे ही बासदेव खाट से उतरकर ताराचंद के साथ में गए व्यक्ति से बात करने लगा, ताराचंद चुपके से चाबी लेने की कोशिश की। चैतीबाई ने देख लिया और उसे चिल्लाई। ताराचंद ने वहां पास में रखा कुटेला उठाया और चैतीबाई के सिर पर दे मारा। वह गिर पड़ी। बासदेव बचाने दौड़ा तो उस पर भी हमला कर दिया। इसके बाद चाकू निकालकर उसके पेट में घोंप दिया। ताराचंद के साथ गया व्यक्ति मौके से भाग गया। ताराचंद भ्ज्ञी बाइक लेकर फरार हो गया।
छह दिन गांव में कैंप लगा डटी रही पुलिस
एएसपी पटले और सीएसपी विवेक शुक्ला ने गांव में कैंप लगाया। 6 दिन तक घटना स्थल से पुलिस की टीम हटी नहीं। गांव के 75 लोगों से पूछताछ की। एक टीम बासदेव के घरवालों पर गिरानी रखी हुई थी। दरअसल बासदेव करीब 6 लाख रुपए ब्याज पर दिया था। अपने बेटा और बेटी को जो पैसे दिया था।
टीम को दिया 20 हजार रुपए इनाम
धमधा में बुजुर्ग महिला की हत्या कर आरोपी अहमदाबाद भाग गया था। वहां से टीम गिरफ्तार कर ने आई है। आरोपी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया। इस ब्लाइंड मर्डर को मेनुअली सुलझाने पर टीम को 20 हजार रुपए का इनाम दिया है।
अजय यादव, एसएसपी दुर्ग