गौरतलब है कि राज्य में कोरोना की पहली लहर में 7.8 और दूसरी लहर में कुल संक्रमित मरीजों में 8.3 प्रतिशत बच्चे थे। बीते 3 महीने से कोरोना की तीसरी लहर के आने की आशंका जताई जा रही है, फिलहाल अभी कहीं भी इसकी दस्तक नहीं हुई है। मगर, कहा जा रहा है कि वह बच्चों पर प्रभावी होंगे, क्योंकि इनका टीकाकरण नहीं हुआ है। यही वजह है केंद्र सरकार बच्चों के टीकाकरण पर अब प्रमुखता से जोर दे रही है। तो वहीं इलाज के पुख्ता इंतजाम भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक किए जा रहे हैं। बच्चों के आईसीयू, वेंटिलेटर सिस्टम, ऑक्सीजन बेड तैयार किए जा रहे हैं।
वैक्सीन 2-8 से डिग्री में सुरक्षित
अभी केंद्र द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही कोवैक्सीन और कोविशील्ड दोनों वैक्सीन 2 से 8 डिग्री सेल्सियस तापमान पर सुरक्षित हैं। एक ही कोल्ड चेन से दोनों वैक्सीन का डिस्ट्रीब्यूशन हो रहा है, कहीं कोई परेशानी नहीं आ रही है।
इधर, गुरुवार को भी लगे 2 लाख से अधिक डोज
वर्तमान में राज्य में 18 साल से अधिक आयुवर्ग के नागरिकों का टीकाकरण अभियान जारी है। बीते 8 दिनों से रोजाना 2 लाख से अधिक डोज लग रही हैं। 20 सितंबर को सर्वाधिक 4.29 लाख डोज लगीं, 23 को भी आंकड़ा 2.20 लाख के पार जा पहुंचा। अभी पर्याप्त डोज उपलब्ध हैं।
अभी तक केंद्र ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। मगर, जिस प्रकार से ट्रायल चल रहे हैं, उम्मीद है कि जल्द बच्चों के लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी। मौजूदा स्टाफ ही टीकाकरण करेंगे।
– डॉ. वीआर भगत, राज्य टीकाकरण, स्वास्थ्य विभाग