इधर, प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की कमी के चलते औसत रफ्तार रोजाना 2 लाख डोज से घटकर अब 1 लाख से 1.20 लाख डोज तक पहुंच गई है। केंद्र सरकार ने सितंबर में आवंटित पूरे 35.50 लाख डोज की सप्लाई कर दी थी। 25 सितंबर तक राज्य के पास सिर्फ 3 लाख डोज बची थीं। राज्य में वैक्सीन का संकट शुरू हो गया था। वैक्सीन ब्रेक न हो, इसलिए राज्य सरकार ने केंद्र से अतिरिक्त वैक्सीन की मांग की थी। मुख्य सचिव ने इससे संबंधित पत्र भी केंद्र को लिखा था। अधिकारी रोजाना फोन पर बात कर रहे थे। राज्य की बेहतर परफार्मेंस को देखते हुए केंद्र सरकार बुधवार को 3 लाख डोज भेजने जा रही है।
सितंबर में अब तक लगीं 41 लाख डोज
राज्य को सितंबर में 35.50 लाख डोज मिलीं, मगर 41 लाख से अधिक डोज लग चुकी हैं। क्योंकि अगस्त में आवंटित सभी डोज नहीं लग पाई थीं, वे सितंबर में लगी।
4 महीनों का आवंटन- जुलाई में 24 लाख डोज। अगस्त में 19.90 लाख डोज। सितंबर में 35.50 लाख डोज।अक्टूबर में 41.20 लाख डोज।
1.36 लाख डोज रोजाना लग सकेंगे
राज्य को अक्टूबर में 41 लाख डोज मिलेंगी, यानी की 30 दिन में 1.36 लाख डोज रोजाना लग सकती हैं। अक्टूबर में त्यौहार हैं। कुछ दिन टीकाकरण बंद रहेगा। विभाग इस प्रकार से योजना बना रहा है कि एक दिन महाभियान चलाकर 20 सितंबर को बनाए गए 4.29 लाख डोज के रेकॉर्ड को ब्रेक किया जाए। उधर, राज्य में सोमवार को भी 1.20 लाख डोज लगी, मंगलवार को भी आंकड़ा 1 लाख के पार जा पहुंचा। यह औसतन बनाए रखना होगा।
45 प्लस वालों 83 प्रतिशत को लगा पहला डोज
राज्य में 45 से अधिक आयुवर्ग वाले 43 प्रतिशत नागरिकों को पहला डोज लगा चुकी है, वहीं 57 प्रतिशत को दूसरी डोज लग गई है। इस आयुवर्ग के नागरिकों की सुरक्षा केंद्र व राज्य की पहली प्राथमिकता है। 18 से अधिक आयुवर्ग के नागरिक भी टीकाकरण को लेकर उत्साहित हैं।
वर्ग- फस्र्ट डोज- सेकंड डोज
हेल्थ केयर वर्कर- 91- 84
फ्रंट लाइन वर्कर- 100- 79
45 से अधिक आयुवर्ग- 82- 49
18 से 44 आयुवर्ग- 56- 24
केंद्र से बुधवार को वैक्सीन भेज रही है। कल वैक्सीन आने के बाद राज्य में सिरिंज और वैक्सीन पर्याप्त रहेगी। अक्टूबर की आवंटन सूची आ गई है।
– डॉ. वीआर भगत, राज्य टीकाकरण अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग