सीबीएसई बोर्ड के एग्जाम के नियमानुसार पर्यवेक्षक की मौजूदगी में ही सारे विषयों का एग्जाम होना है, परंतु विभाग की लापरवाही के साथ-साथ ही स्कूल प्रबंधन ने भी लापरवाही दिखाते हुए बिना पर्यवेक्षक के ही परीक्षा करवा दी, जो इस पूरे मामले में सबसे बड़ी लापरवाही को दर्शाता है।
पेपर लीक होने संबंधी लिखित शिकायत में कोई जानकारी और पुष्ट खबर अभी तक हमें मिली नहीं है। लिखित में अगर कोई भी शिकायत आती है तो हम उसमें अवश्य जांच करेंगे । गरियाबंद जिला शिक्षा अधिकारी होने के नाते इस मामले को लेकर हम पूरी जांच करेंगे और उसके बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उस पर कार्यवाही करेंगे।
– डी. एस. चौहान, जिला शिक्षा अधिकारी
मैं अभी फ्लाइट में बैठा हूं। प्लेन टेक ऑफ होने वाला है मुझे फोन को फ्लाइट मोड में डालना है। मैं ज्यादा बात नहीं कर पाऊंगा, पर आपसे इतना कहना चाहता हूं इस पूरे मामले को लेकर जो सच है उसे ही प्रकाशित करें और बच्चों को भी सच बोलना चाहिए ।
– राहुल घोष, प्रिंसिपल, द्रोणाचार्य पब्लिक स्कूल
श्रद्धा पब्लिक स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को 12वीं के बदले दसवीं का पेपर दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम में 1 घंटे विलंब से बच्चों को पेपर मिला और उन्हें पेपर दिलाने का पूरा समय नहीं मिला, जिससे उनका पेपर बिगड़ा है। इस मामले को लेकर बच्चों के पालकों ने सीबीएसई बोर्ड के डायरेक्टर के नाम लिखित शिकायत सौंपी है।
– नीलांबर सोनी, प्रिंसिपल श्रद्धा पब्लिक स्कूल